इस लेख में हम पढ़ेंगे Chyawanprash benefits in hindi जिसमे हम जानेंगे Chyawanprash ingredients in hindi और how to make Chywanprash at home। यह लेख आपको बताएगा की Chyawanprash kaise khaye तो आइये पढ़ते है इस लेख को
च्यवनप्राश का परिचय-Introduction of Chyawanprash
- च्यवनप्राश (च्यवनप्राश, च्यवनप्राश, च्यवनप्राशम, और च्यवनप्राश) में दो श्लोक शामिल हैं, "च्यवन" और "प्राशा"। च्यवन शब्द एक ऋषि का नाम है, और 'अपक्षयी परिवर्तन' का भी प्रतीक है। प्राशा एक ऐसी दवा या खाद्य पदार्थों का निरूपण करती है जो उपभोग के लिए उपयुक्त है।
- वास्तव में,च्यवनप्राश एक व्यापक 'चयापचय' (मेटाबॉलिक) टॉनिक है; इसमें विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियाँ शामिल हैं और इसका उपयोग स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और बीमारियों को रोकने के लिए किया जाता है। च्यवनप्राश एक प्राचीन भारतीय औषधि है जिसे कि एक पारंपरिक आयुर्वेदिक नुस्खा के अनुसार तैयार किया गया, जो कई जड़ी-बूटियों, हर्बल अर्क और प्रसंस्कृत खनिजों से समृद्ध है।
च्यवनप्राश का प्रादुर्भाव-Origin of Chywanprash
च्यवनप्राश का नाम च्यवन ऋषि की कथा से उत्पन्न हुआ, जो एक वन ऋषि थे। विभिन्न प्राचीन पवित्र ग्रंथों, जैसे महाभारत, पुराण, आदि का वर्णन है अश्विनी कुमार भाइयों ने च्यवन ऋषि को युवा बनाने और उनकी जीवन शक्ति में सुधार करने के लिए किया गया था। और ताकत। च्यवनप्राश के लिए ऐतिहासिक रूप से दर्ज नुस्खा सबसे प्राचीन चरक संहिता में बताया गया है, जहां इसे अन्य सभी हर्बल कायाकल्प टॉनिक से बेहतर होने के रूप में सराहा जाता है।[1]
च्यवनप्राश के मुख्य घटक- Chyawanprash Ingredient in Hindi
विल्बोग्निमन्थश्योनाककाश्मयः पा. दला चला । पए्येश्चतस्रः पिप्पल्यः खदंटा वृहतीद्वयम् ॥ शृङ्ी तामलकी द्रात्ता जीवन्ती पुष्करागुरुः । अभया चामृताप्द्धिर्जीवकर्षभकौ शटी ॥
मुस्तं पुनर्नवा मेदा सूचमैलोत्पल- चन्दने । विदारीपमूलानि काकोली काकनासिका ॥ एषां पलोन्मितान् भागान् शतान्यामलकस्य च । पञ्च दद्या तदैकध्यं जलद्रोणे विपाचयेत् ॥
ज्ञात्वा गतरसान्येतान्यौपधान्यथ तं रसम् । तश्चामलकमुद्धूत्य निप्कुलं तेलसर्पियो ॥पलद्वादशके भृष्ट्वा दत्त्वा चार्द्ध तुलां भिपक्। मत्स्यण्डिकायाः पूताया लेहवत्साधु साधयेत्
पट्पलं मधुनश्चात्र सिद्धशीते मदापयेत् । चतु: पलं तुगातीर्याः पिप्पल्या द्विपलं तथा॥ पलमेकं विदध्याच त्वगेलापत्र केशरात् । इत्ययं च्यवनमाशः परमुक्तो रसायनः ॥
भैषज्य रत्नावली
अर्थात बेल छाल, अग्निमंथ श्योनाक, गंभारी, पाठला,शालपर्ण, प्रश्नपर्णी,मुदगपर्णी,माषपर्णी, गोखरू, छोटी कटेरी , बड़ी कटेरी, बला मूल, पिप्पली मूल, काकड़ासिंगी, भुई आँवला मुन्नका, पुष्कर मूल,अगरु, हरड़, लाल चंदन, नील कमल विदारी कंद वासा, काकोली ,क्षीरकाकोली, रिद्धि - सिद्धि, जीवक, ऋषभक मेदा, महामेदा, कचूर, नागरमोथा, पुनर्नवा,बड़ी इलायची,गुडुची, काकनासा। आंवला च्यवनप्राश का मुख्य घटक होता है। प्रक्षेप द्रव्य के रूप में वंशलोचन, छोटी पीपल, लौगं, तेजपत्र दालचीनी, नागकेशर, इलायची का उपयोग किया जाता है। घी और मधु भी च्यवनप्राश के घटक होते है।
च्यवनप्राश आयुर्वेदिक गुणधर्म- Ayurvedic Properties of Chyawanprash in Hindi
- यह च्यवनप्राश कास और श्वास की महौषध है। यह क्षतक्षीण, वृद्ध और बालकों के अंगों को परिपुष्ट करता है । स्वरभंग, हृदयरोग, वातरक्त, पिपासा, मूत्रगत दोष और शुक्रगत दोषों को दूर करता है। इस अवलेह के सेवन करने से च्यवन ऋषि को बुढ़ापे में युवावस्था प्राप्त हो गई थी ।
- यह अवलेह बुद्धि, स्मृति, कांति, आरोग्य, आयु, इन्द्रिय शक्ति को बढ़ाता है। स्त्री संसर्ग में प्रसन्नता की प्राप्ति, अग्नि , बल वृद्धि , और वायु की अनुलोमता होती है ।वृद्ध मनुष्य भी कुटी प्रावेशिक विधि से, इसके सेवन से- वृद्धावस्था के रूप को त्याग कर युवा के रूप को प्राप्त करता है।
च्यवनप्राश के फायदे- Chyawanprash Benefits in Hindi
यहाँ पर हम Chyawanprash benefits in hindi में जानेंगे की च्यवनप्राश खाने के क्या फायदे है ? आयुर्वेद में च्यवनप्राश का सेवन आयुवर्धक, बुद्धि, स्मृति, कांति, आरोग्य, इन्द्रिय शक्ति को बढ़ाने वाला बताया है। च्यवनप्राश रसायन होने के कारण इसका सेवन आयु की वृद्धि करने वाला होता है आइये इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदों के बारे में जानते है:
च्यवनप्राश का सेवन श्वास-कास में फायदेमद- Chyawanprash Benefits for Cough and Cold
च्यवनप्राश का सेवन श्वास- कास को दूर करने में मदद करता है। यदि आप को श्वाश की समस्या है या फिर आप कास यानि खांसी से परेशान रहते है तो आप च्यवनप्राश का नियमित सेवन करके इस समस्या से निजात पा सकते है। विशेष रूप से बच्चों की श्वास और खांसी की समस्या में च्यवनप्राश के सर्वोत्तम औषधि है क्योंकि यह इम्युनिटी बढ़ाने के साथ साथ रेस्पिरेटरी सिस्टम को भी स्वस्थ्य बनाये रखने में मदद करता है।आयुर्वेद के अनुसार भी च्यवनप्राश रसायन होने के कारण आरोग्य देने वाला होता है।[1]
च्यवनप्राश बढ़ाए रोग प्रतिरोधक क्षमता- Chyawanprash Boosts Immunity in Hindi
यहाँ आप Chyawanprash benefits in hindi में जानेंगे कि च्यवनप्राश कैसे इम्युनिटी बढ़ता है ? आप यदि मौसम के परिवर्तन पर बार-बार बीमार होते है या फिर मौसमी बीमारियां लम्बे समय तक ठीक नहीं होती है तो इसका मतलब है आप की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है। प्रतिरोधक क्षमता को बढाने के लिए आप च्यवनप्राश का सेवन शुरू कर सकते है। च्यवनप्राश का नियमित सेवन प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है जिससे आप मौसम परिवर्तन के कारण होने वाले रोगों से आसानी से लड़ सकते है। आयुर्वेद के अनुसार भी च्यवनप्राश के रसायन और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का गुण होता है जो कि मौसमी बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।[2]
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च्यवनप्राश का सेवन स्मृतिवर्धक- Chyawanprash Improves Memory
च्यवनप्राश का सेवन आप की याद रखने की शक्ति को बढ़ाये रखने में भी मदद करता है यानि को यदि आप च्यवनप्राश का नियमित सेवन करते है तो ये स्मृति वर्धक का काम करता है। च्यवनप्राश में पाये जाने वाला एंटी-ऑक्सीडेंट का गुण कम होती स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है साथ ही च्यवनप्राश CNS की कार्य क्षमता को बढाता जिससे अवसाद जैसी मानसिक समस्याओं में आराम मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार भी च्यवनप्राश में मेध्य का गुण होता है जो कि स्मृति को बढाने का कार्य करता है।[3]
च्यवनप्राश मेटाबॉल्ज़िम के लिए फायदेमंद- Chyawanprash Benefits for Metabolism
च्यवनप्राश का नियमित सेवन आपके पाचन पर भी अच्छा प्रभाव डालता है क्योंकि इसमें पायी जाने औषधियां जैसे तेजपत्र,नागकेशर, दालचीनी, नागरमोथा आदि ये सब मेटाबॉल्ज़िम को अच्छा कर पाचन को अच्छा बनाये रखने में मदद करती है साथ ही कुछ अन्य जड़ी-बूटी जो की च्यवनप्राश में पायी जाती है जो की लीवर को मजबूती प्रदान करती है जिससे पाचन क्रिया अच्छी बनी रहती है। आयुर्वेद केअनुसार भी च्यवनप्राश में पायी जाने वाली दीपन और पाचक औषधियां पाचन अग्नि को बेहतर बनाये रखने में मदद करती है जिससे पाचक क्रिया ठीक रहती है।
च्यवनप्राश रखे ह्रदय को स्वस्थ्य- Chyawanprash Benefits for Heart in Hindi
च्यवनप्राश का सेवन हृदय को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। हृदय को स्वस्थ्य बनाये रखने में च्यवनप्राश बहुत ही लाभकारी है क्योंकि च्यवनप्राश में कार्डियक टॉनिक का गुण होता है जो कि हृदय को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। आयुर्वेद में भी च्यवनप्राश को हृदय रोग में लाभकारी बताया है इसलिए च्यवनप्राश का सेवन हृदय के लिये फायदेमंद होता है।[1]
शारीरिक कमजोरी को दूर करे च्यवनप्राश-Chyawanprash Benefits for Weakness
शारीरिक कमजोरी को दूर करने के च्यवनप्राश का सेवन एक अचूक उपाय है। च्यवनप्राश का सेवन शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद करता है क्योंकि च्यवनप्राश में पाये जाने वाले पोषक शरीर को जरुरी पोषक तत्व प्रदान करता है जिससे शरीर की कमजोरी दूर होती है और शरीर बलवान होता है। आयुर्वेद के अनुसार च्यवनप्राश में रसायन और बाजीकरण का गुण होता है जिस कारण च्यवनप्राश का सेवन शरीर में बल-वीर्य की वृद्धि होती है।[4]
च्यवनप्राश करे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित- Chyawanprash Benefits for High Cholesterol
च्यवनप्राश का सेवन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है। अनियंत्रित कोलेस्ट्रॉल की समस्या एक आम समस्या है इसको नियंत्रित करने और शरीर की कमजोरी को दूर रखने के लिए च्यवनप्राश का सेवन एक सबसे अच्छा साधन है। च्यवनप्राश का सेवन ट्राइग्लिसराइड और एल.डी.एल को कम करके एच.डी.एल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि च्यवनप्राश में हाइपो लिपिडेमिक की क्रियाशीलता पायी जाती है।[1]
च्यवनप्राश सेवन रोके बढ़ती उम्र के लक्षण- Chyawanprash Controls Aging Sign
च्यवनप्राश का सेवन बढ़ती उम्र के लक्षण को कम करने में मदद करता है क्योंकि इसमें एंटी एजिंग का गुण पाया जाता है जोकि बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने में मदद है। आयुर्वेद के अनुसार च्यवनप्राश रसायन होता है यहाँ रसायन का अर्थ है जो आयु वर्धक या आरोग्य देने वाला। रसायन होने के कारण च्यवनप्राश का सेवन शरीर के कमजोरी दूर करके बढ़ती उम्र के लक्षणों को रोकने में मदद करता है।
च्यवनप्राश के उपयोग का तरीका- How to Take Chyawanprash in Hindi
- यहाँ पर हम जानेंगेच्यवनप्राश को कैसे खाना है- Chyawanprash kaise khaye-च्यवनप्राश का सेवन चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ले। च्यवनप्राश सेवन की मात्रा पाचक अग्नि के अनुसार या चिकित्सक के परामर्श ले सकते है।
- च्यवनप्राश को सेवन दूध के साथ कर सकते है लेकिन आवश्यक नियम नहीं है चूँकि दूध भी रसायन होता है इसलिए गौ दूध के साथ च्यवनप्राश का सेवन कर सकते है।
- सर्दी-खांसी की समस्या में कई चिकित्सक दूध से सेवन कफ को बढ़ाने के कारण कई चिकित्सक इसका परहेज बताते है उस परिस्थिति में आप गुनगुने पानी से भी च्यवनप्राश का सेवन कर सकते है।
च्यवनप्राश के नुकसान- Chyawanprash Side Effects in Hindi
च्यवनप्राश को चिकित्सक के द्वारा बतायी गई मात्रा में सेवन करने से इसकी प्रकार का नुकसान नहीं पाया गया है लेकिन च्यवनप्राश के सेवन से पूर्व कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- च्यवनप्राश की मात्रा के लिए चिकित्सक से परामर्श करें
- च्यवनप्राश का सेवन करने पाचन शक्ति कमजोर होने पर आमाशय में जलन जैसे समस्या कर सकता है इसलिए चिकित्सक के परामर्श के ही च्यवनप्राश ले
- मात्रा से अधिक च्यवनप्राश लेने पर मल की अति प्रवृति (अतिसार ) हो सकती है इसलिए मात्रा के लिए चिकित्सक से सलाह ले।
- डायबिटीज के रोगी च्यवनप्राश के सेवन से पहले चिकित्सक से परामर्श से या फिर शुगर-फ्री च्यवनप्राश का सेवन चिकित्सक की सलाह के करे।
च्यवनप्राश संबधी पूछे जाने वाले प्रश्न- Chyawanprash’s FAQ
Q. क्या डायबिटिक लोग च्यवनप्राश का सेवन कर सकते है- Can diabetic people take Chyawanprash?
A. डायबिटिक लोग या मधुमेह के ग्रसित लोग च्यवनप्राश का सेवन कर सकते है लेकिन शुगर फ्री च्वनप्राश। आजकल बाजार में शुगर फ्री च्यवनप्राश उपलब्ब्ध है आप अपने चिकित्सक से परामर्श करके सेवन कर सकते है।
Q. क्या बच्चे च्यवनप्राश खा सकते है- Can children eat Chyawanprash?
A. बच्चे च्यवनप्राश का सेवन कर सकते है सामान्यतः 5-6 वर्ष से अधिक के बच्चे को चिकित्सक के द्वारा बतायी गई मात्रा में च्यवनप्राश को दे सकते है विशेष रूप से खांसी और मौसमी बीमारियों से बचने के उपयोग करें।
Q. क्या च्यवनप्राश घर पर बना सकते है- Can Chyawanprash be made at home?
A. च्यवनप्राश बनाने की विधि आयुर्वेदिक सहितों में वर्णित है (चरक सहिंता) उस विधि के अनुसार बनाया गया च्यवनप्राश गुणकारी और आरोग्य देने वाला होता है। घर पर अपनायी गई कोई भी वैकल्पिक और शीघ्रकारी विधि(Short Process) च्यवनप्राश के औषधीय महत्व को कम कर सकती है।
Q. कौन सा च्यवनप्राश सबसे अच्छा है- Which Chyawanprash is the best?
A. सबसे अच्छा च्यवनप्राश कौन सा (sabse accha chyawanprash konsa hai) तो इसका जबाब यह है की आजकल बाजार में लगभग सभी आयुर्वेदिक और हर्बल प्रोडक्ट बनाने वाली कम्पनियां च्यवनप्राश बना रही है। लगभग सभी कंपनियों के च्यवनप्राश गुणवत्ता युक्त है आप अपनी आवश्यकता के अनुसार उपयोग कर सकते है बेहतर होगा की उपयोग करने से पहले एक चिकित्सक से सलाह जरूर ले।
Q. क्या च्यवनप्राश की एक्सपायरी डेट होती है-Does Chyawanprash have an expiry date?
A. बाजार में उपलब्ध सभी च्यवनप्राश पर एक्सपायरी डेट लिखी हुई रहती है इसलिए एक्सपायरी डेट से अधिक पुराना च्यवनप्राश सेवन नहीं करना चाहिए। च्यवनप्राश का सेवन उसकी निर्माण तिधि से 6 माह से 1 साल से के अंदर उपयोग कर लेना चाहिये।[1]