चंद्रप्रभावटी के फायदे- Chandraprabha Vati Benefits in Hindi

इस लेख में हम चन्द्रप्रभा वटी Chandraprabha Vati benefits in hindi के फायदों के बारे में जानेगे। जिसमे Chandraprabha Vati uses in hindi के अंतर्गत हम Chandraprabha Vati dose और side effect के साथ-साथ best Chandraprabha Vati को सी है इसको भी पढ़ेंगे।

चंद्रप्रभा वटी परिचय- Introduction of Chandraprabha Vati in Hindi

  • चन्द्रप्रभा वटी एक आयुर्वेदिक औषधि है। चन्द्रप्रभा वटी आयुर्वेद शास्त्र का एक ऐसा अद्भुत एवं गुणकारी योग है जो कि किसी भी आयु में उपयोगी एवं लाभकारी सिद्ध होता है। चंद्रप्रभा वटी का विस्तृत वर्णन रस तंत्रसार व् सिद्ध प्रयोग संग्रह नामक सुप्रसिद्ध आयुर्वेदिक ग्रंथों में किया गया है। चन्द्रप्रभा वटी को बहुत गुणकारी व् विश्वसनीय योग कई आयुर्वेदिक चिकित्सक मानते है साथ अपनी चिकित्सा सेवा ने भी इसका उपयोग करते है।
  • चन्द्रप्रभा वटी को आयुर्वेद में रसायन औषधि के रूप में उपयोग किया जाता है जिसका अर्थ है की चन्द्रप्रभा वटी का सेवन आरोग्य देने वाला होता है।
Chandraprabha Vati Benefits in Hindi

चंद्रप्रभा वटी के मुख्य घटक- Chandraprabha Vati Ingredients

चन्द्रप्रभा वटी का निर्माण 37 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी और भस्मों को मिलाकर आयुर्वेदिक शास्त्रों में बतायी गई विधि के द्वारा बनायीं जाती है जो की इस प्रकार है: चंद्रप्रभा (कर्पूर) मरिच, वाचा. पिप्पली, मुस्ता, मक्षिका, भूनिम्बा, यवक्षार,अमृता, सर्जीक्षार, देवदारु, सेंधव लवण, हरिद्रा, सौवर्चला लवण, अतीविशा, विड लवण, दारुहरिद्रा, त्रिवृत, पिप्पलीमूल, दंती, चित्रक, तेजपत्ता, धान्यक, तवक, हरितकी, एला, बिभीतक, वंशलोचन, अमलाकी, लौहा भस्म, चव्या, सीता, विडंग, शिलाजीत गजपिप्पली, गुग्गुलु, शुण्ठी। 

चन्द्रप्रभा वटी के आयुर्वेदिक गुणधर्म- Chandraprabha Vati Ayurvedic Properties

  • चंद्रप्रभा वटी एक शास्त्रीय आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है ज्यादातर जेनिटो-मूत्र प्रणाली के रोगों के लिए उपयोग किया जाता है, जिसमें मूत्रकृच्छ, अश्मरी,मूत्राघात और 20 प्रकार की प्रमेह और आंत्र वृद्धि शामिल हैं। मासिक धर्म,अर्बुद और ग्रन्थि से संबंधित रोग।
  • हमारे आचार्यों ने मुख्य रूप से शरीर के तीन अंगों पर जोर दिया अर्थात् ह्रदय (हृदय), वस्ति (गुर्दा), शिर (सिर)। इन अंगों को भी कहा जाता है जीवन के तिपाई इन अंग को किसी भी तरह का नुकसान पहुंचाने वाले जीवन के लिए खतरा है हृदय रोग, वस्ति रोग, शिरोरोग को तुरंत ठीक किया जाना चाहिए।
  • मूत्रकृच्छ वस्ति रोग से सम्बंधित है और चंद्रप्रभा वटी मुत्रकृच्छ्र में बहुत उपयोगी है और लक्षणों को बहुत प्रभावी ढंग से दूर करता है।[1]

चंद्रप्रभा वटी के फायदे- Chandraprabha Vati Benefits in Hindi

चन्द्रप्रभा वटी के परिचय और आयुर्वेदिक गुणों को जानने के बाद अब हम इसके फायदों के बारे में पढ़ेंगे :

डायबिटीज में चन्द्रप्रभा वटी फायदेमंद-Chandraprabha Vati Benefit for Diabetes

चन्द्रप्रभा वटी एक शास्त्रोत आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग डायबिटीज के लक्षणों को नियंत्रित करने में किया जा सकता है क्योंकि चन्द्रप्रभा वटी में एंटी डायबिटिक की क्रियाशीलता देखी गयी है यानि चन्द्रप्रभा वटी का सेवन रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार भी चन्द्रप्रभा वटी 20 प्रकार की प्रमेह में देने का निर्देश दिया गया है इन 20 की प्रमेह में मधुमेह भी एक है।[2] 

मूत्र संक्रमण (यूटीआई) में चन्द्रप्रभा वटी दे आराम- Chandraprabha Vati Benefits for UTI in Hindi

चन्द्रप्रभा वटी का सेवन मूत्र संक्रमण (यूटीआई) में भी फायदेमंद बताया गया। बार- बार मूत्र का संक्रमण होना, मूत्र में जलन, बार-बार मूत्र का आना जैसी समस्या में चंद्रप्रभा वटी को असरदायक माना गया है क्योंकि चन्द्रप्रभा वटी में एंटी बैक्टीरियल की क्रिया शीलता पायी जाती है जो संक्रमण को होने से रोकती है। आयुर्वेद में भी चंद्रप्रभा वटी को मूत्रकृच्छ जैसे मूत्र रोगों में देने का विधान है।[3] 

चन्द्रप्रभा वटी दे प्रोस्टेट की समस्या में आराम- Chandraprabha Vati for BPH

पुरुषों में बढ़ती उम्र के साथ प्रोस्टेट संबंधी समस्या का होना एक सामान्य सी बात है जिसमे प्रोस्टेट ग्लैंड यानि पौरुष ग्रंथि का बढ़ाना एक कारण है जिससे मूत्र में रूकावट या फिर मूत्र के उत्सर्जन यूरिनेशन में समस्या आती है प्रोस्टेट की समस्या सामान्यतः 40 या उसके ऊपर के उम्र में देखने को मिलती है इस समस्या के लक्षणों को चन्द्रप्रभा वटी के सेवन से कुछ हद तक नियंत्रित किया जा सकता है क्योंकि चंद्रप्रभा वटी में पाए जाने वाले घटकों में यूरिन केफ्लो को बढ़ाये रखने और संक्रमण को नियंत्रित करने में मदद करते है।[4],[5]

शारीरिक कमजोरी को दूर करने में कारगर- Chandraprabha Vati for Stamina

चन्द्रप्रभा वटी का सेवन शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। शारीरिक कमजोरी के कारण शरीर की आंतरिक ऊर्जा में भी कम हो जाती है इस स्थिति में चन्द्रप्रभा वटी का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार चन्द्रप्रभा वटी रसयान होती है जो की शरीर की अंदरूनी शक्ति को बढ़ाने में मदद करती है।

चन्द्रप्रभा वटी सेवन की मात्रा- Chandraprabha Vati Dose in Hindi

चन्द्रप्रभा वटी का एक वयस्क (adult ) के लिए मात्रा 1 वटी (tablet ) दिन में दो बार या चिकित्सक के परामर्श के अनुसार ले। 

चन्द्रप्रभा वटी के सेवन का तरीका- How to Use Chandraprabha Vati 

चन्द्रप्रभा वटी को कितनी मात्रा और कब लेना चाहिये इसके लिए आप अपने चिकित्सक से परामर्श ले सकते है। चंद्रप्रभा वटी को दूध या पानी के साथ सेवन कर सकते है साथ ही रोग के अनुसार भी अपने चिकित्सक के परामर्श भी उपयोग कर सकते है।

चन्द्रप्रभा वटी के नुकसान- Chandraprabha Vati Side Effects

चन्द्रप्रभा वटी के सेवन होने वाले नुकसान के बारे में शोध की आवश्यकता है लेकिन इसके सेवन से पहले कुछ बातों विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिये:

  • चन्द्रप्रभा वटी का सेवन चिकित्सक के परामर्श से ही करें। 
  • चन्द्रप्रभा वटी के मात्रा और सेवन अवधि के लिए चिकित्सक से परामर्श ले। 
  • डायबिटीज के रोगी चिकित्सक से परामर्श ले कर ही चन्द्रप्रभा वटी सेवन करें यदि वो किसी अन्य पद्धति की ईलाज पहले से ही ले रहे है तो वो एक बार अपने चिकित्सक से भी सलाह ले सकते है। 

चन्द्रप्रभा वटी संबंधी पूछे जाने वाले प्रश्न- Chandraprabha Vati’s FAQ

Q. क्या मैं चन्द्रप्रभा वटी खाली पेट ले सकता हूँ -Can I take Chandraprabha Vati on an empty stomach?

A. चन्द्रप्रभा वटी एक आयुर्वेदिक औषधि है और किसी भी औषधि को चिकित्सक के अनुसार बताये गये समय पर ही करना चाहिये।

Q. क्या चंद्रप्रभा वटी और अश्वगंधा एक साथ ले सकते है- Can Chandraprabha Vati and Ashwagandha be taken together?

A. चंद्रप्रभा वटी और अश्वगंधा दोनों ही औषधि आयुर्वेद के अनुसार रसायन है यानि आरोग्य को देने वाली है। इनको साथ लेने का निर्णय रोग की प्रकृति और चिकित्सक के ऊपर आधारित है इसलिए इनको एक साथ उपयोग से पहले चिकित्सक से जरूर परामर्श ले। 

Q. किस ब्रांड की चन्द्रप्रभा वटी गुणवत्ता में अच्छी होती है- Which brand is the good quality of Chandraprabha Vati?

A. बाजार में कई प्रकार के ब्रांड की चन्द्रप्रभा वटी उपलब्ध है जैसे डाबर चंद्रप्रभा वटी (Dabur Chandraprabha Vati), झंडू चंद्रप्रभा वटी (Zandu Chandraprabha Vati) बैद्यनाथ चंद्रप्रभा वटी (Baidyanath Chandraprabha Vati) और दिव्य चंद्रप्रभा वटी (Divya Chandraprabha Vati) आदि सभी ब्रांड अपने अनुसार अच्छी गुणवत्ता की औषधि बनाते है आप अपने चिकित्सक के परामर्श से किसी भी ब्रांड की चन्द्रप्रभा वटी उपयोग कर सकते है। 

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Dr.Sourabh Sahu

BAMS PGDYT Ayurveda Physician Reg.No.50388 Experience: 10years

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