इस लेख में हम गर्मी में लू से बचने के घरेलू उपाय (Loo se bachne ke upay) को जानेंगे साथ ही Loo lagne ke lakshan भी पढेंगे। लू यानि (Heat Stroke in Hindi) क़्या है इसको भी यहाँ बतायेंगे तो आइये शुरू करते है :
लू(हीट स्ट्रोक)लगना क्या होता है- What is Heat Stroke in Hindi
गर्मियां आ गई हैं और तापमान दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है, लोगों को लू यानि हीट स्ट्रोक होने का खतरा अधिक है। हीट स्ट्रोक या लू तीव्र गर्मी के अत्यधिक संपर्क के बाद सामान्य तापमान बनाए रखने में शरीर की विफलता है। हीट स्ट्रोक का प्रमुख कारण तीव्र गर्मी के संपर्क में अत्याधिक शारीरिक गतिविधियों को करना है।[1]
लू लगने के कारण- Causes of Heat Stroke in Hindi
सन स्ट्रोक के सबसे सामान्य कारण हैं:
- सूर्य के संपर्क में लंबे समय तक, विशेष रूप से शुष्क और नम वातावरण में रहना।
- शरीर के थर्मोसेटिंग सिस्टम में असंतुलन का होना।
- अधिक पसीना आने के कारण निर्जलीकरण यानि शरीर में पानी की कमी होना ।
संक्षेप में, हीटस्ट्रोक, पर्यावरणीय गर्मी के अतिरेक के कारण होता है। अन्य योगदान करने वाले कारकों में थायरॉयड असंतुलन, निम्न रक्त शर्करा, शराब का सेवन, उत्तेजक, और अवसाद के उपचार में उपयोग की जाने वाली दवा शामिल हैं।
मुख्य शरीर के तापमान में वृद्धि भी गर्म और आर्द्र स्थितियों में चयापचय या शारीरिक व्यायाम में वृद्धि का परिणाम हो सकती है। बच्चों और बुजुर्गों को हीट स्ट्रोक की आशंका अधिक होती है।[2]
लू लगने के लक्षण- Symptoms of Loo in Hindi
लू, सन स्ट्रोक या हीट स्ट्रोक काफी आसानी से ध्यान देने योग्य है, क्योंकि यह कई शारीरिक संकेतों और लक्षणों को ट्रिगर करता है। जैसे ही इनमें से कोई भी संकेत स्पष्ट हो जाता है, डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। नीचे दिए गए कुछ सामान्य संकेत और हीट स्ट्रोक के लक्षण हैं:
हल्के हीट स्ट्रोक / सन स्ट्रोक के सबसे आम लक्षण और लक्षण शामिल हैं
- दुर्बलता
- थकान
- जी मिचलाना
- उल्टी
- सिर चकराना
- सरदर्द
- कम रक्त दबाव
- पसीना आना
- मांसपेशियों में ऐंठन, स्वर और अन्य थकावट संबंधी लक्षण।
अधिक गंभीर सन स्ट्रोक / हीट स्ट्रोक जैसे लक्षण और लक्षण होते हैं
- उच्च शरीर का तापमान
- सूखी और गर्म त्वचा
- दिल की धड़कन बढ़ जाना
- तेज दर्जे का बुखार
- अत्यधिक प्यास
- बेचैनी
- तेजी से नाड़ी की दर
- भ्रम की स्थिति
- बेहोशी की हालत
- सांस लेने में कष्ट
- व्याकुलता, दौरा, कोमा आदि।
वास्तव में, कुछ लक्षण दिल के दौरे के समान हो सकते हैं। प्रभावित व्यक्ति का तापमान 104 F या इससे भी अधिक हो जाता है।[2]
लू से बचने के घरेलू उपाय- Loo Se Bachne ke Upay
आइये अब जानते है कुछ ऐसे घरेलू उपाय जिनका उपयोग कर कुछ हद तक लू लगने के लक्षणों को आप घर पर ही नियंत्रित कर सकते है लेकिन आप को इन उपायों से आराम न मिले तो नजदीकी चिकित्सक से जरूर मिले।
प्याज का उपयोग बचाये लू से- Onion Benefits for Heat stroke in Hindi
प्याज को हम सभी लोग सब्जी बनाने में या फिर सलाद के रूप में उपयोग करते है लेकिन आप को जानकर हैरानी होगी कि ये प्याज आपको लू यानि हीट स्ट्रोक के लक्षणों को कम करने में मदद करती है। प्याज का सेवन शरीर को पोषण तो देता ही है इसके साथ- साथ इसका रस का बाहरी रूप से उपयोग करने पर लू के लक्षणों को भी कम करता है।
प्याज कैसे लू के लक्षणों को कम करता है
प्याज लू के लक्षणों को उपयोग के आधार पर दोनों तरह से करता है। प्याज को खाने और इसके रस को लगाने दोनों ही तरीको से यह लू के लक्षणों को कम करती है क्योंकि ये शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है।[2],[3]
प्याज का उपयोग लू में कैसे करें-How to Use Onion in Heat Stroke in Hindi
- प्याज का उपयोग लू के लक्षणों को कम करने के लिये निम्न प्रकार से किया जा सकता है
- प्याज को कच्चा सालाद के रूप में खाने के साथ जोड़ सकते है।
- प्याज को सब्जी बनाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
- प्याज के रस को सीने या कान के पीछे हल्के हाथ से लगाया जा सकता है।
छाछ का सेवन लू में फायदेमंद- Buttermilk Benefits for Heat Stroke
छाछ का सेवन किस को पसंद नहीं है विशेष रूप से गर्मियों के समय में।छाछ Loo se bachne ke upay में इसका उपयोग लू के लक्षणों को भी कम करने में मददगार होता है। छाछ का सेवन शरीर को आवश्यक पोषण तो देता ही है साथ ही ये पाचन को भी अच्छा रखने में मदद करता है। छाछ गर्मी के मौसम में आसानी से मिल जाता है इसको घर पर भी बनाया जा सकता है।
छाछ लू में कैसे फायदेमंद
छाछ का सेवन लू के लक्षणों को कम करने के लिए एक सबसे अच्छा पेय पदार्थ है जो की शरीर में लू के कारण होने वाली तरल यानि पानी की कमी को पूरा करने के साथ शरीर को आवश्यक पोषण देने का काम करता है इसलिए छाछ का सेवन लू के समय एक बेहतर विकल्प है।[4]
छाछ को लू में कैसे उपयोग करें- How to Use Buttermilk in Heat Stroke
- छाछ का उपयोग लू के समय आप निम्न प्रकार से कर सकते है।
- छाछ को ताजा बना हुआ ही उपयोग में लें।
- छाछ में काला नमक और जीरा को डाल कर सेवन कर सकते है।
- छाछ को आप खाना खाने के बाद सेवन करना बेहतर है।
कच्चे आम का उपयोग लू में लाभकारी- Raw Mango Benefits for Heat Stroke in Hindi
गर्मियों का मौसम फलो के राजा आम का भी मौसम होता है इस मौसम में आने वाला कच्चा आम खाने के साथ औषधि का भी काम करता है विशेष रूप से लू के लक्षणों को कम करने में। कच्चे आम का पन्ना (Aam Panna) के रूप में उपयोग करना एक सबसे बेहतर तरीका है।
कच्चा आम कैसे लू में फायदेमंद
कच्चे आम का पन्ना के रूप में उपयोग लू के लक्षणों को कम करने के लिए एक सबसे अच्छा उपाय है क्योंकि आम पन्ना शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को देने के साथ शरीक में पानी की कमी को दूर करता है साथ ही आम पन्ना पाचन संबंधी विकारों में भी फायदेमंद होता है।[2]
कच्चे आम का लू में उपयोग का तरीका- How to Use Raw Mango in Heat Stroke
- कच्चा आम हीट स्ट्रोक / सन स्ट्रोक की रोकथाम के साथ-साथ इलाज के लिए सबसे लोकप्रिय प्राकृतिक घरेलू उपचारों में से एक है।
- इसके लिए, कुछ कच्चे आम लें, उन्हें उबालें और फिर उन्हें ठंडे पानी में भिगो दें। आम के 1 टुकड़े लें, गर्म राख में आम को रखें। त्वचा को छीलें, और रस निकालें। लगभग 200 मिलीलीटर पानी डालें।
- चीनी और बर्फ को इच्छानुसार लिया जा सकता है। सनस्ट्रोक और हीटस्ट्रोक के मामले में, तैयारी का एक गिलास दिन में दो से तीन बार लिया जा सकता है।
नारियल पानी लू में आराम- Coconut Water Benefits for Heat Stroke in Hindi
नारियल पानी का सेवन लू के लक्षणों को कम करने में एक अच्छा विकल्प हो सकता है। नारियल पानी सामान्य रूप से पीने पर भी ये शरीर के लिए फायदेमंद होता है लेकिन लू लगने पर नारियल पानी Loo se bachne ke upay सेवन एक औषधि के रूप में काम करता है। नारियल पानी आपको आसानी से उपलब्ध हो जाता है।
नारियल पानी लू में कैसे फायदेमंद
नारियल पानी एक साधारण पानी नहीं है बल्कि इसको एक औषधि के रूप में मानना चाहिये। इसका सेवन लू के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। नारियल पानी गर्मी के कारण हुई शरीर में इलेक्ट्रोलाइट और तरल पदार्थ की कमी को दूर करने में मदद करता है।[5]
नारियल पानी लू में कैसे उपयोग करें- How to Use Coconut Water in Heat Stroke
- नारियल पानी का सेवन आप अपनी आवश्यकता के अनुसार थोड़ा - थोड़ा पीने के लिए कर सकते है।
- लू में अधिक प्यास लगने पर भी आप सामान्य पानी के स्थान पर नारियल पानी का उपयोग कर सकते है।
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धनियां लू में फायदेमंद- Dhania Benefits for Heat Stroke
Loo se bachne ke upay में धनियां भी एक महत्वपूर्ण औषधि है। धनिया का उपयोग लू के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। धनिये का उपयोग विशेष रूप से हरे पत्तियों का उपयोग लू के लक्षणो को कम करने में मदद करता है। धनियां की उपलब्धता आसानी से हो जाती है जिसका उपयोग आसानी से किया जा सकता है।
धनियाँ कैसे लू में मदद करता है
हरे पत्ते वाले धनियां का उपयोग लू के लक्षणों को कम करने में किया जाता है इसका जूस यानि रस निकाल कर सेवन करने से यह शरीर में शीलता प्रदान करता है साथ ही आवश्यक पोषक तत्वों को भी प्रदान करता है जब इसको चीनी के साथ मिलाकर प्रयोग किया जाता है।[2],[6]
धनियां का लू में कैसे उपयोग करें- How to Use Coriander in Heat Stroke
- धनियां का उपयोग लू में करने के लिए पत्तियों का उपयोग करना सबसे बेहतर उपाय है इसके लिए हरी पत्तियों को लेकर उनका जूस यानि रस निकाले उसका उसमे आवशयकता अनुसार चीनी या मिश्री मिलाकर सेवन करें से लू के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। पत्तियों का पेस्ट भी हाथ और पैरों के तलवो पर भी लगाने से लू के लक्षणों में आराम मिलता है।
चन्दन का उपयोग दे लू में राहत- Sandalwood Benefits for Heat Stroke in Hindi
चन्दन का उपयोग लू के लक्षणों को कम करने में एक बेहतर विकल्प है। चन्दन का लेप लू के लक्षणों को कम करने अचूक साधन है साथ ही चन्दन की सुगंध भी शरीर और मन को शांति प्रदान करने का भी काम करती है।
चन्दन कैसे लू में देता है राहत
चन्दन का लेप लू के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। चन्दन लेप का शरीर की त्वचा पर लगाने से यह शरीर की गर्मी को कम करने में सहायक है साथ ही अन्य लक्षण जैसे सिर दर्द में भी आराम देता है।[7]
चन्दन का लू में कैसे उपयोग करें- How to Use Sandalwood in Heat Stroke
- चन्दन का उपयोग लू के लक्षणों को कम करने के लिए चन्दन के पाउडर का लेप बनाकर इसका उपयोग करते है।
- चन्दन पाउडर को गुलाब जल या पानी के साथ मिलाकर लेप बनाये।
- इस लेप को शरीर की त्वचा पर लगाये।
ठन्डे पानी का उपयोग बचाये लू से- Cold Water Helps to Control Heat Stroke
ठन्डे पानी का उपयोग लू के Loo se bachne ke upay लक्षणों को कम करने के सबसे अच्छा और आसान उपाय है। ठन्डे पानी का उपयोग कर लू के लक्षणों को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।
ठंडा पानी कैसे लू में काम करता है
ठन्डे पानी से नहाना लू लक्षणों को कम करने का एक आसान और सबसे अच्छा उपाय है क्योंकि ठन्डे पानी से नहाने से यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है जिससे लू पीड़ित शरीर को आराम मिलता है आप ठन्डे पानी के साथ आइस यानि बर्फ का उपयोग कर सकते है।
ठन्डे पानी का उपयोग लू में कैसे करे- How to Use Cold Water in Heat Stroke
- ठन्डे पानी का उपयोग नहाने में कर सकते है।
- ठन्डे पानी के साथ - साथ आइस या बर्फ का उपयोग भी किया जा सकता है।
लू यानि हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए जीवनशैली-Life Style Tips for Heat Stroke in Hindi
- सूरज के सीधे संपर्क में आने से बचें। अगर आपको बाहर जाना है तो अपने आप को ढकने के लिए हल्के रंग का छाता, टोपी या दुपट्टा लें। अपनी गतिविधियों को दिन के ठंडे भागों, सुबह या शाम को रखना पसंद करें।
- यदि आप बहुत गर्म महसूस कर रहे हैं, तो अपने चेहरे को गीले पोंछे या नम कपड़े से ठंडा करें।
- अपने तापमान को नीचे लाने के लिए एक शांत शॉवर लें।
- ढीले ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनें। गहरे रंग के कपड़ों से बचें क्योंकि वे गर्मी को अवशोषित करते हैं। हल्के रंग के कपड़े बेहतर होते हैं क्योंकि वे सूरज की किरणों को दर्शाते हैं। सिंथेटिक कपड़ों के खिलाफ कपास को प्राथमिकता दें।
- शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए खुद को हाइड्रेटेड रखें। कुछ अंतराल के बाद पानी पीते रहें, यहां तक कि आप प्यासे भी नहीं हैं। कैफीन युक्त या मादक पेय से बचें क्योंकि वे आपके शरीर को निर्जलित करते हैं।
- पर्याप्त तरल पदार्थ, पानी, नींबू का रस (निम्बू-पनी), लस्सी और चाट, लकड़ी के सेब का स्क्वैश, जल-जीरा, आम पन्ना, मक्खन का दूध, नारियल पानी आदि का सेवन करें।
- अचानक तापमान में उतार-चढ़ाव से बचें, एयर कंडीशनर से सीधे गर्मी में न जाएं।
- यदि आपका काम अधिक क्षेत्र उन्मुख है, तो छाया या ठंडे क्षेत्र में ब्रेक लें।
- गर्मियों में धूप का चश्मा आपके संगठन का एक अनिवार्य हिस्सा है। वे न केवल स्टाइलिश हैं, बल्कि आपकी आंखों को तेज रोशनी से भी बचाते हैं। यूवी (पराबैंगनी) संरक्षित धूप के चश्मे से चिपकना सुनिश्चित करें।
- ऐसे फल और सब्ज़ियाँ खाएं जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है जैसे तरबूज, कस्तूरी तरबूज, आम, चुकंदर (चुंकंदर), खीरा, अनानास, संतरा, अंगूर, पालक, सलाद, ब्रोकली आदि।[1]