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मोटापा के घरेलु उपाय-Home Remedies For Obesity in Hindi - mykaaya.com | स्वास्थ्य का आधार

मोटापा के घरेलु उपाय-Home Remedies For Obesity in Hindi

  • मोटापा यानि ओबेसिटी (obesity in hindi) आजकल की जीवन शैली( lifestyles disorders) के कारण एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है इसलिए इसे लाइफ स्टाइल्स डिसऑर्डर भी कहा जाता है। मोटापा को हम चाहे तो कुछ खान -पान और रहन - सहन(home remedy for obesity) में परिवर्तन कर कुछ हद तक नियंत्रित कर सकते है ।
  • इस लेख में आप पढ़ेंगे की कुछ आयुर्वेदिक औषधि (Ayurvedic medicine for obesity in hindi) जो की घर पर ही उपलब्ध होती है उनका उपयोग कर कैसे(how to control weight in hindi) आप मोटापे से लड़ सकते है। यहाँ पर हम आपको उनके उपयोग संबंधी जानकारी में यहाँ पर दी गयी है।

मोटापा क्या है -What is Obesity in Hindi

  • मोटापा (obesity in hindi) एक जटिल बीमारी है जिसमें शरीर में वसा की अधिक मात्रा होती है। मोटापा सिर्फ एक कॉस्मेटिक यानि शारीरिक बनावट संबंधी चिंता  ही नहीं है।
  • अपितु यह एक चिकित्सीय समस्या है जो अन्य बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और कुछ कैंसर के जोखिम को बढ़ाती है।
  • वर्तमान समय की जीवन शैली और खानपान के कारण मोटापा एक गम्भीर समस्या के रूप में बढ़ाता जा रहा है। 

मोटापा के लक्षण - Symptoms of Obesity in Hindi

  • जब भी हम अधिक वजन या  मोटापे के बारे में बात करते है तो हम सब अपने आप को मोटापे के वर्ग में रखने से हमेशा कतराते है, लेकिन आप कब मोटापे की श्रेणी में आते है और कब नहीं इसके लिए एक नियम हैं जो की बी.एम.आई या बॉडी मास इंडेक्स ( BMI) पर आधारित है। 
  • मोटापा का निदान तब किया जाता है जब आपका बॉडी मास इंडेक्स (बी एम आई) 30 या उससे अधिक होता है। अपने बॉडी मास इंडेक्स को निर्धारित करने के लिए, अपने वजन को पाउंड में अपनी ऊंचाई को इंच वर्ग में और 703 से गुणा करें या मीटर वर्ग में अपनी ऊंचाई से अपना वजन किलोग्राम में विभाजित करें। आप इसको प्रकार से आसानी से  समझ सकते है
  बी.एम.आई  वजन की स्थिति
18.5 से कमसामान्य से कम
18.5 से 24.9सामान्य
25.0 से 29.9अधिक वजन
30 और इससे अधिकमोटापा 

ऊपर बताई गई तालिका से आप को कुछ हद तक वजन और बी.एम.आई या बॉडी मास इंडेक्स ( BMI) का संबंध स्पष्ट हो गया होगा लेकिन या यहाँ पर एक बात और समझनी चाहिए कि  बीएमआई सीधे शरीर में वसा को नहीं मापता है, इसलिए कुछ लोग, जैसे मांसपेशियों के एथलीट, मोटापे की श्रेणी (30 और उससे अधिक) में हो सकते हैं, भले ही उनके पास अतिरिक्त शरीर में वसा न हो।

मोटापा होने पर सामान्यतः आप इन लक्षणों को देख सकते है 

  • कपड़े तंग लगने लगते है और बड़े साइज के कपड़ों की आवश्यकता पड़ती है।
  • पिछले माप की तुलना में वजन बढ़ना।
  • कमर के आसपास अतिरिक्त चर्बी होना,सांस फूलना,पसीना अधिक आना।
  • खर्राटे यानि स्नोरिंग होना, पीठ और संयुक्त दर्द,दिनचर्या की गतिविधियों से भी थकान महसूस करेंगे
  • अचानक शारीरिक गतिविधि का सामना करने में असमर्थता दिखाना।
  • मनोवैज्ञानिक समस्याएं जैसे आत्म-सम्मान में कमी और आत्मविश्वास का स्तर कम होना।
  • उचित उपचार के बिना मोटापा विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है जैसे कि डिसिप्लिडिमिया, उच्च रक्तचाप, टाइप 2 मधुमेह, कोरोनरी हृदय रोग, स्ट्रोक, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, कैंसर, बांझपन, स्लीप एपनिया।(1)https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/obesity/symptoms-causes/syc-20375742
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मोटापा के कारण - Causes for Obesity in Hindi

मोटापा की समस्या एक साथ और त्वरित नहीं  होती है। मोटापा समय के साथ धीरे-धीरे विकसित होता है जब एनर्जी  यानि ऊर्जा के संतुलन में गड़बड़ी होती है। ऊर्जा संतुलन का मतलब है कि जो  ऊर्जा भोजन के माध्यम से ली है और जो ऊर्जा शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से प्रयोग से उपयोग की गई है उसका संतुलन।

उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थों कानिरंतरसेवन,अधिक शुगर यानि शर्करा के सेवन से अधिक कैलोरी का सेवन और लंबे समय तक दैनिक या कोई दैनिक शारीरिक गतिविधि नहीं करने से वजन बढ़ जाएगा। कैलोरी के सेवन और ऊर्जा के बीच असंतुलन के कारणों में अलग-अलग व्यक्ति अलग-अलग हो सकते हैं।

यहाँ पर कुछ मुख्य कारण बताये गए है जो मोटापा लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है

  • जेनेटिक्स- जेनेटिक्स या अनुवांशिकता मोटापे को लाने में बहुत बड़ा कारण होता है।
  • परिवार के इतिहास- पारिवारिक इतिहास यानि किसी बच्चे के माँ और बाप में से कोई एक या दोनों मोटापे का शिकार है तो बच्चे में मोटापा होने  की संभावना बढ़ जाती है।
  • अस्वास्थ्यकारी आहार- उचित पोषण युक्त आहार की कमी और उच्च कैलोरी का सेवन करना
  • आरामदायक जीवन शैली- आरामदायक जीवन शैली मोटापे को निमंत्रण देती है।
  • कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं-  कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं जैसे पीसीओएस, हाइपोथायरायडिज्म मोटापे का कारण बनती है।
  • एंटीडिप्रेसेंट जैसी दवाओं सेवन- एंटीडिप्रेसेंट जैसी दवाओं सेवन का अधिक समय तक उपयोग करना भी मोटापे का कारण बनती है। 
  • भावनात्मक कारक- कुछ लोगों का भावनात्मक रूप से विचलित होना भी मोटापे को जन्म देता है जैसे अधिक मानसिक तनाव में लोगों को भूख अधिक लगना।
  • धूम्रपान की आदात में परिवर्तन  - ऐसा देखा गया है की धूम्रपान को छोड़ने पर मोटापे की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है लेकिन यह भी ध्यान रखना चाहिए की धूम्रपान भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
  • आयु परिवर्तन भी एक कारण - मोटापा किसी भी आयु में हो सकता है लेकिन जिनमे बचपन से ही वजन अधिक होता है उनकी आयु बढ़ने पर वो जल्दी मोटापे का शिकार होते है।
  • लिंग- पुरुषों की अपेक्षा स्त्रियों में मोटापे की  संभावना ज्यादा होती है संभवतः मीनोपॉज की आयु में और या बढ़ती आयु के साथ अनियमित जीवन  शैली मोटापे की संभावना बढ़ा देती है। 
  • गर्भावस्था- गर्भावस्था के  दौरान महिलाओं में  वजन का बढ़ना सामान्य बात है लेकिन बच्चे के जन्म के बाद जब वजन का न घटना या फिर न कम कर पाना मोटापे का कारण बनता है। 
  • नींद की कमी या अधिकता - नींद पूरी न लेने या फिर अधिक  सोने से शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाता है जिस से भूख ज्यादा लगने लगती है और मोटापा बढ़ने लगता है।(2) https://www.nhp.gov.in/disease/non-communicable-disease/obesity  

पर्यावरणीय कारक- कुछ आस-पास के वातावरणीय कारक और परिवर्तन भी मोटापे की संभावनाओ को बढ़ा देते है जैसे-

  • मनोरंजन के लिए पड़ोस के फुटपाथ, पार्क और सुरक्षित स्थानों का अभाव लोगों को शारीरिक रूप से सक्रिय होने से रोकता है।
  • लंबे समय तक काम करने और समय व्यतीत करने वाले लोगों के पास शारीरिक रूप से सक्रिय होने के लिए पर्याप्त समय नहीं है।
  • स्वस्थ खाद्य पदार्थों जैसे कि ताजे फल और सब्जियों तक पहुंच का अभाव, या, कुछ लोगों के लिए ये स्वस्थ खाद्य पदार्थ बहुत महंगा हैं।
  • स्वस्थ आहार और स्वस्थ खाना पकाने के तरीकों के बारे में जागरूकता की कमी।
  • उच्च कैलोरी, उच्च वसा वाले स्नैक्स और शर्करा वाले पेय के लिए खाद्य विज्ञापन लोगों को उन्हें खरीदने के लिए बढ़ावा देते हैं।

मोटापा कम करने के घरेलु उपाय-Home Remedies for Obesity in Hindi

नींबू पानी का सेवन मोटापे में फायदेमंद - Lemon Water Benefit for Obesity

गर्म नींबू पानी पीना मोटापे को कम करने में मदद करता है गर्म नींबू पानी का सेवन आप अपने प्रतिदिन की दिनचर्या में जोड़ सकते है।

गर्म नींबू पानी कैसे काम करता है 

गर्म नींबू पानी का सेवन शरीर के मेटाबोलिज्म को बढ़ा देता है जिससे वजन में कमी देखने को मिलती है साथ ही ये किडनी को स्वास्थ्य रखने में मदद करता है।(3) http://www.uphtr.com/issue_files/Vol%203,%20No%202%20-%203%20Ms%20Samundy.pdf

गर्म नींबू पानी का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • गर्म नींबू पानी सुबह के समय पीने से मोटापे को कम करने में  मदद करता है।
  • एक से दो गिलास पानी पी सकते है। 
  • अच्छे परिणाम के लिए इसको आप अपनी दिनचर्या में जोड़ सकते है।
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एलोवेरा का उपयोग  मोटापे में फायदेमंद - Aloe Vera Benefit for Obesity in Hindi

एलोवेरा का उपयोग मोटापे को नियंत्रित करने में मदद करता है ताजा एलोवेरा आजकल आसानी से घरो में मिल जाता है जिसका उपयोग कर बढते वजन को नियंत्रित कर सकते है।

एलोवेरा मोटापे को कम कैसे करता है 

जैसे हम सभी जानते है कि एलोवेरा कब्ज को ठीक करता है क्योंकि इसके लेटेक्स में मौजूद एंथ्राक्विनोन होते हैं जो रेचक के रूप में कार्य करते हैं। यह आंतों की पानी की मात्रा को बढ़ाता है,  साथ ही म्यूकस के स्त्राव और आंतों की पेरिस्टलसिस गति को भी बढ़ाता है जिसे पाचन किया अच्छी होती है वजन कम करने में मदद मिलती है।(4)https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5061484/ 

एलोवेरा का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • एलोवेरा को मोटापे के लिए जूस के रूप में करना बेहतर रहता है।  
  • एलोवेरा जूस को सुबह के समय सामान मात्रा में पानी मिलाकर ले । 
  • बेहतर परिणाम के लिए दो से तीन माह तक उपयोग कर सकते है। 

शहद लेना मोटापे को कम करने सहायक-Honey Helps to Control Obesity in Hindi

शहद का सेवन मोटापे को कम करने में एक महत्वपूर्ण साधन है। शहद का सेवन पानी के साथ सेवन करने से मोटापे को कम करने में मदद करता है।

शहद  मोटापे को कम कैसे करता है 

शहद मीठा होने के बाद भी ये सामान्य  मीठे से मोटापा नहीं बढ़ाता है क्योंकि इसका ग्लिसेमिक इंडेक्स कम  होता है यानि यह शर्करा की मात्रा नहीं बढ़ाता है। शहद का सेवन फैट को भी शरीर में जमा नहीं होने देता है क्योंकि इसमें एंटी ऑबेसिटी का गुण होता है।(5) https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6115915/  

शहद का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • शहद का मोटापे के लिए पानी के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट ले। 
  • पानी को ज्यादा गर्म न करे सामान्य तापमान का पानी भी ले सकते है।
  • पानी में नींबू का रस भी मिलाकर उपयोग कर सकते है। 
  • अच्छे परिणाम के लिए अपनी दिनचर्या में इसे जोड़े। 

मैथीदाना का उपयोग मोटापे को कम करने में फायदेमंद- Fenugreek for Obesity in Hindi

रसोई घर पायी जाने वाली मैथी भी मोटापे को कम करने में मदद करती है।  मैथीदाने का उपयोग प्रतिदिन के खाने में सम्मिलित करे। 

मैथीदाना मोटापे को कम कैसे करता है 

मैथीदाना का सेवन पाचन को धीमा कर देता है जिससे इसका आंतो से अवशोषण धीमा हो जाता है और भूख कम लगने लगती है जिससे मोटापे में कमी होने लगाती  है।(6) https://pharmacologyonline.silae.it/files/newsletter/2011/vol3/073.patil.pdf

मैथीदाने का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • मैथीदाने को एक गिलास पानी में रात में रख दे और सुबह खाली पेट पानी को पी ये। 
  • मैथीदाने के पाउडर को भी गुनगुने पानी से ले दिन में दो बार ले।
  • मैथीदाने को सब्जी के रूप में भी प्रयोग कर सकते है। 

ग्रीन टी पीना मोटापे को कम करने में सहायक-Green Tea Helps to Control Obesity

ग्रीन-टी का पीना भी वजन को कम करने में मदद करता है आप सामान्य टी पीने की आदत को ग्रीन-टी से बदल सकते है यानि सामान्य चाय के स्थान पर ग्रीन-टी लेना शुरू कर सकते है।

ग्रीन-टी मोटापे को कम कैसे करता है 

ग्रीन-टी में एंटी ऑबेसिटी का गुण पाया जाता है जो की फैट को शरीर में जमने नहीं देती है साथ ही ये मेटाबोलिज्म को बढ़ाती है  ग्रीन टी में पाया जाने बाला तत्व भूख को कम लगने देता है जिससे वजन को कम करने में मदद मिलती है।(7) https://www.essentialnutrition.com.br/media/artigos/preaction/13.pdf

ग्रीन-टी का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • ग्रीन-टी का उपयोग सुबह अपनी सामान्य टी के स्थान पर कर सकते है।
  • ग्रीन-टी पत्ती के अन्य उत्पादों को भी आप उपयोग कर सकते है।

सौंफ का उपयोग करे मोटापा कम-Fennel for Obesity

सौंफ का उपयोग मोटापा को कम करने का एक अच्छा साधन है जिसका उपयोग आप प्रतिदिन के खानपान में जोड़ कर सकते है। सौंफ आसानी आपके रसोई घर में मिल जाती है।

 सौंफ मोटापे को कम कैसे करता है 

सौंफ मोटापे को कम करने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता  है क्योंकि सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट का गुण पाया जाता है जोकि फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित रखता है जिससे शरीर में अतिरिक्त फैट  जमा नहीं होता है।(8) https://pdfs.semanticscholar.org/0844/43790efcc730f2c8ad5c47ab699862d191ce.pdf

सौंफ  का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • सौंफ को आप मसाले के रूप में खाने में प्रयोग कर सकते।
  • सौंफ को पानी में डालकर उबाल ले फिर इस पानी को पीये। 
  • आप भोजन करने के बाद भी सौंफ खा सकते है। 

करेला मोटापे को करे नियंत्रित-Bitter gourd Benefit for Obesity in Hindi

करेला या इसके जूस का सेवन मोटापे को कम करने में मदद करता है। करेले का उपयोग सब्जी के किया जाता है। इसका स्वाद कड़वा होने के करने लोग खाने में कम पसंद करते है लेकिन इसमें औषधिये गुण अधिक होते है। 

करेला मोटापे को कम कैसे करता है 

करेला में प्रचुर मात्रा में विटामिन्स और फाइबर होते है साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट का गुण भी पाया जाता है जो की फ्री रेडिकल हो कम कर के मोटापे को नहीं देते है।  इसमें लैक्सटिव का गुण पाया जाता है जो की टोक्सिन को आंतो से बाहर करके वजन को कम करता है। 

करेला का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • करेला का उपयोग सब्जी के रूप कर सकते है। 
  • करेला का  जूस भी निकाल कर पी सकते है। 
  • बाजार में करेले के बने हुए अन्य उत्पाद का भी उपयोग कर सकते है। 

दालचीनी का उपयोग मोटापे में फायदेमंद-Cinnamon Uses for Obesity in Hindi

दालचीनी भी रसोई घर में पाए जाने वाला एक मसाले के रूप में उपयोग होने वाली औषधि है।  दालचीनी का उपयोग भी वजन कम करने में किया जाता है। 

दालचीनी मोटापे को कम कैसे करता है 

दालचीनी का चाय के रूप में उपयोग करने से यह मेटाबोलिज्म में सुधार कर वजन को नियंत्रित करती है।

दालचीनी  का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • दालचीनी  के उपयोग वजन के लिए चाय के रूप में कर सकते है।
  • दालचीनी का पाउडर गर्म पानी से भी कर सकते है।
  • दालचीनी का उपयोग मसाले के रूप में भी किया जा सकता है। 

अदरक का काढ़ा मोटापे में फायदेमंद-Ginger Tea(Kada) for Obesity in Hindi 

अदरक का उपयोग सभी लोग चाय को स्वादिष्ट बना ने के लिए करते है लेकिन इसमें कई औषधिये गुण भी होते है इन्ही गुणों के कारण ये  वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।  

अदरक मोटापे को कम कैसे करता है

अदरक के पाया जाने वाला 6-जिन्जेरॉल एंटी-ऑबेसिटी की क्रियाशीलता दर्शाता है जिस कारण अदरक का काढ़ा मोटापे को कम करने में मदद करता है। 

अदरक का मोटापे के लिए उपयोग करने का तरीका

  • अदरक का मोटापे को कम करने के लिए काढ़ा यानि चाय के रूप में कर सकते है। 
  • अदरक का जूस भी निकाल कर शहद के साथ सुबह खाली पेट उपयोग कर सकते है। 
  • सूखे हुए अदरक के  पाउडर का भी उपयोग वजन कम करने में किया जा सकता है।

मोटापे को रोकने के उपाय-Prevention of Obesity in Hindi 

यदि आप मोटापे की श्रेणी के नजदीक हैं या वर्तमान में अधिक वजन या फिर स्वस्थ वजन पर,  तो आप अपने वजन बढ़ने और इससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने के लिए कदम उठा सकते हैं।

वजन कम करने से और रोकने के लिए किये गए उठाये गए कदम लगभग समान ही हैं जैसे दैनिक व्यायाम, एक स्वस्थ आहार, और खान-पान संबंधी दिशा-निर्देशों पालन करना आइये जानते है ऐसी ही कुछ उपायों को

  • नियमित रूप से व्यायाम करें- नियमित रूप से व्यायाम  करना एक अच्छा उपाय है। वजन बढ़ने से रोकने के लिए आपको सप्ताह में 150 से 300 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाली गतिविधि या व्यायाम संबंधी क्रियाशीलता करनी चाहिए । मध्यम रूप से तीव्र शारीरिक गतिविधियों में तेज चलना और तैराकी शामिल है।
  • स्वस्थ और उचित खाने की योजना (डाइट प्लान) का पालन करें- कम कैलोरी, पोषक तत्व-से युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे कि फल, सब्जियां और साबुत अनाज को खाने में सम्मलित करे। संतृप्त वसा(सैचुरेटेड फैट) से बचें और मिठाई और शराब को सीमित करें और दिन में तीन बार नियमित भोजन करें।
  • जानिए और उन फूड से बचिए जिनसे आपको अधिक खाने की आदत बनती है- आप उन स्थितियों की पहचान करें, जो आपको आउट ऑफ़ कण्ट्रोल  खाने को ट्रिगर करती हैं। एक लेख या सूची बनाये कि आप क्या खाते हैं, आप कितना खाते हैं, जब आप खाते हैं, तो आप कैसा महसूस कर रहे हैं और आप कितने भूखे हैं। आप इस प्रकार की परिस्थितियों से निपटने के लिए आगे की योजना बना सकते हैं और अपने खाने के व्यवहार पर नियंत्रण रख सकते हैं।
  • अपने वजन की नियमित रूप से निगरानी करें- जो लोग सप्ताह में कम से कम एक बार अपना वजन कम करते हैं, वे अतिरिक्त वजन नियंत्रित  रखने में अधिक सफल होते हैं। अपने वजन की निगरानी करना आपको बता सकता है कि क्या आपके प्रयास काम कर रहे हैं और बड़ी समस्या बनने से पहले आपको छोटे वजन का पता लगाने में मदद कर सकते हैं।
  • निरतंरता बनाए रखें- अपने वजन संबंधी किये गए नियमों के पालन में निरंतरता बनाये रखे।   सप्ताह के दौरान, वीकेंड पर,और जितना संभव हो छुट्टियों और छुट्टियों के बीच अपने स्वस्थ-वजन की योजना से को नियमित   रखने से आपको लंबी अवधि में सफलता की संभावना बढ़ जाती है।

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Dr.Sourabh Sahu

BAMS PGDYT Ayurveda Physician Reg.No.50388 Experience: 10years

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