त्रिकटु चूर्ण के फायदे- Trikatu Powder Benefits in Hindi

आज हम इस लेख में Trikatu powder benefits in hindi जिसमें हम जानेंगे how to use Trikatu powder और देखेंगे Trikatu churna for thyroid में फायदेमंद है या नहीं। साथ ही हम जानेंगे की Trikatu Churna patanajali या Trikatu Churna baidyanath में कौन सा ले।

त्रिकटु चूर्ण क्या है- What is Trikatu Powder in Hindi

त्रिकटु चूर्ण एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें पिप्पली (पाइपर लोंगम), कालीमिर्च (पाइपर नाइग्रम) और अदरक (ज़िंगाइबर ऑफ़िसिनाले  बराबर अनुपात में रहते है। चूर्ण की तैयारी में सामग्री को एकत्र किया जाता है, सुखाया जाता है, व्यक्तिगत रूप से पाउडर किया जाता है। आयुर्वेद में त्रिकटु चूर्ण का उपयोग अग्निमांद्य (पाचन दोष), गले के रोग, श्वासरोग के उपचार में किया जाता है। अपच , त्वचा रोग, साइनसाइटिस और खांसी में त्रिकटु चूर्ण उपयोग किया जाता है। सिद्ध चिकित्सा में, त्रिकटु का उपयोग भूख की हानि, पेट में गड़गड़ाहट, पेट दर्द, खांसी और बुखार के उपचार में किया जाता है।[1]

Trikatu powder benefits in hindi

त्रिकटु चूर्ण के घटक- Trikatu Powder Composition in Hindi

त्रिकटू नाम के रूप में ही इसका संकेत मिलता है अर्थ, संस्कृत में "त्रि" तीन के लिए खड़ा है और "कटु" तीनो जड़ी-बूटियों के रस के है। तीनो मरिचा (काली मिर्च) सहित तीखी जड़ी बूटियाँ, पीपली (लंबी काली मिर्च), और शुंठी (अदरक), जब समान मात्रा में संयुक्त होता है, तो बनता है तो यह चमत्कारी सूत्र त्रिकटु। भैषज्यरत्नावली में त्रिकटु का उल्लेख इस प्रकार है:

पिप्पली मरिच शुण्ठी त्रयमेतद्विमिश्रितम । त्रिकटु त्र्यूषणं व्योष कटुत्रिकमयोच्यते ।।

भैषज्यरत्नावली

त्रिकटु चूर्ण के फायदे- Trikatu Powder Benefits in Hindi

त्रिकटु चूर्ण के फायदे के बारे में हम यहाँ पर पढ़ेंगे। जिसमे हम जानेंगे की त्रिकटु चूर्ण के सेवन से खाँसी में, वजन में, रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने में यह कैसे मदद करता है।[2]

त्रिकटु चूर्ण रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाये-Trikatu Churna Benefits for Immunity

त्रिकटु का सेवन रोगों से लड़ने की शक्ति यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है क्योंकि इसमें इम्मुनोमोडुलेटरी और एन्टीऑक्सीटेंट का गुण पाया जाता है जो कि शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार भी त्रिकटु को रसायन बताया गया है जो की आयु को बढ़ाने वाला यानि आरोग्य देने वाला होता है।

त्रिकटु पाचन रखे अच्छा- Trikatu Powder for Digestion in Hindi

त्रिकटु का सेवन पाचन शक्ति को बढ़ाने में भी मदद करता है। त्रिकटु का सेवन पाचन संबंधी विकार जैसे अपचन और मंदाग्नि और भूख न लगना आदि में बहुत ही कारगर उपाय है क्योंकि यही मेटाबोलिज्म को बढ़ता है जिससे इन समस्याओ में आराम मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार भी त्रिकटु का सेवन पाचकाग्नि को बढ़ता है जिससे अपचन या मंदाग्नि में आराम है।

त्रिकटु खांसी में फायदेमंद- Trikatu Churna Benefits for Cough in Hindi

खाँसी की समस्या में त्रिकटु उपयोग अधिकांश आयुर्वेदिक चिकित्सक करते है। खाँसी की समस्या में त्रिकटु चूर्ण का उपयोग शहद के साथ करने में जल्दी आराम मिलता है क्योंकि इसमें एंटी एलर्जिक का गुण पाया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार त्रिकटु चूर्ण में कफ शामक गुण होता है जो की कफ वाली खाँसी में आराम देता है।

ये भी पढ़े: खाँसी के घरेलू उपाय

त्रिकटु वजन को कम करने में सहायक- Trikatu for Weight loss in Hindi

यदि आप बढ़ते वजन से परेशान है तो आप त्रिकटु चूर्ण का सेवन कर सकते है क्योंकि त्रिकटु मेटाबॉल्ज़िम को बढ़ता है जिससे यह वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है।वजन को कम करने के लिए त्रिकटु का काढ़ा ज्यादा फायदेमंद होता है।

त्रिकटु दे अस्थमा में आराम-Trikatu Controls Asthma in Hindi

अस्थमा के लक्षणों को कम करने में त्रिकटु का चूर्ण एक बहुत ही अच्छी आयुर्वेदिक औषधि है। त्रिकटु का उपयोग विशेष रूप से बगलम को निकालने में मदद करता है क्योंकि इसमें एंटी-एलर्जिक की क्रियाशीलता पायी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार भी त्रिकटु का कफ शामक गुण अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

त्रिकटु का सेवन लीवर के लिए फायदेमंद- Trikatu Benefits for Liver

यदि आपका लीवर सही से काम नहीं कर रहा है या फिर आप लीवर कमजोर है तो आप त्रिकटु का सेवन कर सकते है क्योंकि  त्रिकटु में हेपटो प्रोटेक्टिव की क्रियाशीलता पायी है जिससे यह लीवर को मजूबत बनाकर इसके कार्य को सुचारु रूप से चलाने में मदद करता है।

त्रिकटु को लेने का तरीका- How to Take Trikatu Churna in Hindi

त्रिकटु का सेवन नीचे  बतायी गई विधियों से कर सकते है 

  • त्रिकटु चूर्ण का मधु के साथ सेवन- त्रिकटु चूर्ण को सेवन शहद के साथ कफ संबधी समस्या में करना फायदेमंद होता है।
  • त्रिकटु का काढ़ा- त्रिकटु चूर्ण का  काढ़ा बना कर भी सेवन किया जा सकता है विशेष रूप से वजन कम करने में इसका उपयोग कर सकते है। 
  • त्रिकटु सीरप और कैप्सूल भी बाजार में उपलब्ध है जिनका उपयोग चिकित्सक के परामर्श से कर सकते है।

त्रिकटु के नुकसान और सावधानियां - Trikatu Churna Side Effects in Hindi

त्रिकटु का सेवन यदि चिकित्सक के परामर्श के अनुसार और बतायी गयी मात्रा और अवधि तक लेने पर किसी प्रकार के घातक दुष्परिणाम नहीं पाये है लेकिन त्रिकटु के सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें

  • त्रिकटु खाने में तीखा लगता है क्योंकि तीनो घटक( पिप्पली,काली मिर्च और अदरक) स्वाद में तीखे होते है इसलिए इसको चिकित्सक द्वारा बतायी गयी मात्रा में ही लेना चाहिए। 
  • गर्भवती और स्तन पान करने वाली  महिलायें त्रिकटु का सेवन करने से पहले चिकित्सक से  परामर्श ले। 
(Visited 185 times, 1 visits today)

Dr.Sourabh Sahu

BAMS PGDYT Ayurveda Physician Reg.No.50388 Experience: 10years

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *