- त्वचा का रूखापन एक आम समस्या है जो किसी न किसी को कभी हो हो सकती है। सर्दियों का मौसम आते ही त्वचा का रुखा होना एक सामान्य सी बात है जो त्वचा अन्य मौसम में चमकती हुई दिखती वही सर्दियों के मौसम में रूखी और बेजान सी लगती है।
- इसका कारण मौसम में आयी ठंडक से त्वचा की नमी कम होने लगाती है परिणाम स्वरूप त्वचा में रूखापन बढ़ जाता है जिससे त्वचा बेजान सी लगने लगती है। मौसम के अलावा भी और कारण है जो की त्वचा में रूखापन लाते है आइये जानते है वो कारण कौन से है।
त्वचा में रूखापन होने के कारण - Cause Of Dryness In Skin
ताप के सीधे सम्पर्क में आने से
सेंट्रल हीटिंग, लकड़ी से जलने वाले स्टोव, स्पेस हीटर और फायरप्लेस। ये सभी नमी को कम करते हैं और त्वचा को शुष्क करते हैं।[1]
एयर कंडीशन जैसे यंत्रो का उपयोग
एयर कंडीशनिंग रूखेपन को बढ़ाने का काम करते है क्योंकि यह हवा से नमी को बहुत हटा देते है। जिससे एयर कंडीशन का उपयोग करने से त्वचा में रूखापन बढ़ जाता है। [1]
तंग कपड़े या संपीड़न के कारण
तंग कपड़े या संपीड़न (जैसे शिराओं का दबाना) भी त्वचा में रूखापन ला सकते है। क्योंकि तंग कपड़े या संपीड़न शुष्क त्वचा के जोखिम को बढ़ जाता हैं और घर्षण के माध्यम से मौजूदा सूखी त्वचा को खराब कर सकते हैं।[1]
लम्बे समय तक गर्म पानी से नहाना या तैराकी करना
बार-बार या लम्बे समय तक स्नान करना, विशेष रूप से गर्म पानी के साथ जो की त्वचा में लिपिड के बन्धन को तोड़ देता है। इसी तरह के परिवर्तन अक्सर तैराकी के साथ होते हैं, खासकर भारी क्लोरीन वाले पूल में जो की त्वचा के रूखेपन को बढ़ा देता है।[1]
स्ट्रांग साबुन और डिटर्जेंट का उपयोग
- सामान्य त्वचा में नमी और तेलों का सही संतुलन होता है और यह 4.5 से 5.75 के एपीएच पर थोड़ा अम्लीय होता है। जब साबुन का उपयोग किया जाता है, तो त्वचा का पीएच बदल सकता है। साबुन पीएच 7 से 12 के क्षारिय होते हैं, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं।
- त्वचा से कई साबुन और डिटर्जेंट स्ट्रिप लिपिड और पानी निकलते हैं। जिस से रूखापन बढ़ जाता है। डायोडोरेंट और जीवाणुरोधी साबुन आमतौर पर सबसे ज्यादा नुकसानदायक होते हैं इसी प्रकार के कई शैंपू होते हैं, जो स्कैल्प की नमी बाहर निकालते है और रूखेपन का कारण बनते है।[1]
सूर्य का सीधे तौर पर संपर्क
सभी प्रकार की गर्मी की तरह, सूरज त्वचा को सूखता है। पराबैंगनी विकिरण (अल्ट्रावॉयलेट)से त्वचा की ऊपरी परत (एपिडर्मिस) से बहुत आगे तक प्रवेश करते हुए डर्मिस में को भी गहराई तक नुकसान पहुंचते है, जहां कोलेजन और इलास्टिन फाइबर टूट जाते हैं, जिससे गहरी झुर्रियां और ढीली हो जाती हैं, त्वचा (सौर इलास्टोसिस) से ग्रस्त हो जाती हैं इसलिए धूप से क्षतिग्रस्त त्वचा सूखी दिखाई दे सकती है।[1]
उम्र बढ़ने के कारण त्वचा में परिवर्तन
- शुष्क त्वचा की घटना बुजुर्गों में अक्सर होती है। जैसा कि हम उम्र में, सिबेशियस और पसीने की ग्रंथियों में गतिविधि कम हो जाती है। आम तौर पर, सिबेशियस गतिविधि यौवन अवस्था से चरम पर होती है और रजोनिवृत्ति की उम्र तक सबसे उच्चतम स्तर पर रहती है।
- उम्र बढ़ने के साथ सिबेशियस गतिविधि में अंतर आना शुरू हो जाता है। पुरुष में सिबेशियस गतिविधि आठवें दशक तक जारी रहती है , जबकि महिलाओं में यह बहुत जल्दी गिरने लगती है। उनके साठ के दशक में महिलाओं के पास केवल 60% सिबेशियस गतिविधि है जो उनके पास युवावस्था में थी। सातवें दशक में यह गिरावट जारी रहती जिससे त्वचा में रूखापन आ जाता है।[1]
मौसम का परिवर्तन
सामान्य तौर पर, सर्दियों में त्वचा शुष्क होती है, जब तापमान और आर्द्रता का स्तर कम हो जाता है। अन्य मौसम की अपेक्षा सर्दियां त्वचा की स्थिति को और रुखाकर बदतर बना देती है। [1]
त्वचा संबंधी रोग के कारण त्वचा में रूखापन
कुछ त्वचा संबंधी रोग जैसे सोरायसिस और एक्जिमा में त्वचा शुष्क हो जाती है। इस तरह की बीमारियाँ भी त्वचा में रूखेपन का कारण बनती है।[1]
त्वचा का रूखापन दूर करने के लिए घरेलु उपाय - Home Remedies For Dry Skin
त्वचा का रूखापन कई कारणों से हो सकता है जैसा की हमने ऊपर पढ़ा लेकिन हम कुछ सीमा तक इस रूखेपन को दूर कर सकते है वो भी घर में उपलब्ध आसान से तरीकों से आइये जानते है इन उपायों को
बादाम तेल का रूखी त्वचा में लाभदायक -Almond oil Benefits For Dry Skin
बादाम का तेल घर में आसानी से उपलब्ध रहता है। ध्यान रखे ये बालों वाला न होकर अलग से बादाम रोगन सिरीन के नाम से मिलता है।बादाम के तेल को स्किन पर लगाने से सूखापन दूर होता है विशेष रूप से सोरायसिस और एक्जिमा के कारण होने वाली शुष्कता को दूर करने में यह लाभदायक है।[2]
बादाम तेल कैसे काम करता है
बादाम में तैलीय तत्व पाए जाते है जो की त्वचा के रूखेपन को दूर करने में सहायक होते है साथ बादाम तेल त्वचा युवा बनाये रखने में भी मदद करता है। [2]
बादाम तेल को त्वचा लगाने का तरीका
- बादाम तेल को त्वचा पर आसानी से लगाया जा सकती है इसको हम निम्न विधियों से त्वचा लगा सकते है
- बादाम तेल को रुई अपनी आवश्यकता के अनुसार ले कर रूखी त्वचा पर हल्का लगा ले। यह आप रात में सोते समय कर सकते है।
- बादाम तेल की कुछ बूढ़े अपने प्रतिदिन प्रयोग करने वाली क्रीम में भी मिलाकर उपयोग सकते है।
- बादाम तेल के नाभि-हाथ और पैर के तलवो पर लगाने से भी स्किन का रूखापन कम होता है।
शहद का उपयोग रूखी त्वचा के लिए फ़ायदेमंद-Honey Benefits For Dry Skin
शहद घर में आसानी से पायी जाने वाली एक औषधि है जिसका उपयोग कर त्वचा के रूखेपन को कम किया जा सकता है। शहद का उपयोग आजकल स्किन के लिए बनायेजाने वाले उत्पादों में किया जाता है।[3]
शहद त्वचा पर काम कैसे करता है
शहद में त्वचा की नमी को बनाये रखने का गुण पाया जाता है जिस कारण से ये स्किन की नमी नहीं खोने देता है और त्वचा की कोमलता बनी रहती है। [3]
शहद को त्वचा पर लगाने का तरीका
- शहद को आसानी के त्वचा पर लगाया जा सकता है।
- शहद को स्किन पर लगाने वाले फेस पैक में मिला कर प्रयोग कर सकते है।
- शहद को सीधे तौर पर रूखी त्वचा पर लगा सकते है।
- शहद से युक्त त्वचा पर उपयोग होने वाले उत्पादों भी प्रयोग कर सकते है।
जैतून का तेल (ओलिव ऑयल) का उपयोग रूखी त्वचा के लिए फ़ायदेमंद -Olive oil Benefits For Dry Skin
जैतून का तेल यानि ओलिव ऑयल भी त्वचा को मुलायम और कोमल बनाने के लिए एक अच्छा उपाय है। जैतून के तेल की मालिश त्वचा से रूखेपन को कम करने में सहायक होती है। जैतून तेल का उपयोग विशेष रूप से वृद्धावस्था में होने वाली रूखी त्वचा में खुजली पर अच्छा काम करता है।[4]
जैतून का तेल त्वचा पर कैसे काम करता है
जैतून में पाए जाने वाले तैलीय तत्व त्वचा के रूखेपन को कम करके नमी बनाये रखने में मदद करता है। जिससे रूखी त्वचा के कारण होने वाली खुजली के लक्षणों को भी कम करता है।[4]
जैतूनके तेल (ओलिव ऑयल) को त्वचा पर लगाने का तरीका
- त्वचा पर लगाने के कोल्ड प्रेस ओलिव ऑयल का प्रयोग करना अच्छा होता है इसे निम्न प्रकार से त्वचा पर लगाया जा सकता है
- ओलिव ऑयल को सीधे ही पूरे शरीर पर त्वचा पर लगा कर कुछ घंटो तक लगा कर रखे फिर नहाले यानि नहाने से पहले इसे लगाये।
- ओलिव ऑयल की सर्दियों के मौसम में मसाज कर सकते हो ये मसाज शरीर की स्किन के लिए फ़ायदेमंद होती है विशेषरूप से रूखापन कम करने में।
- जैतून तेल से युक्त त्वचा के लिए उपयोग होने वाले उत्पाद भी प्रयोग कर सकते है।
एलोवेरा का उपयोग शुष्क त्वचा के लिए फ़ायदेमंद- Aloevera Benefits For Dry Skin
एलोवेरा एक औषधीय पौधा है जो की त्वचा के लिए एक रामबाण के तरह कम करता है। लगभग त्वचा संबंधी हर समस्या में एलोवेरा का उपयोग फ़ायदेमंद होता है रूखी त्वचा का भी मुलायम और चमकदार बनाने के लिए एलोवेरा बहुत सहायक है।
एलोवेरा त्वचा पर कैसे काम करता है
एलोवेरा में पाया जाने वाले तत्व त्वचा में नमी को बांधने में मदद करता है। एलोवेरा फाइब्रोब्लास्ट को उत्तेजित करता है जो त्वचा को अधिक लचीलाऔर कम झुर्रीदार बनाने वाले कोलेजन और इलास्टिन फाइबर का उत्पादन करता है जिससे त्वचा में नमी बनी रहती है।
एलोवेरा को त्वचा पर लगाने का तरीका
- एलोवेरा को त्वचा में लगाने के बहुत सारे तरीके है
- एलोवेरा के जेल को सीधे तौर पर त्वचा पर लगा सकते है।
- एलोवेरा के त्वचा पर लगाने वाली क्रीम में भी मिलाकर लगा सकते है।
- एलोवेरा से युक्त त्वचा के हर्बल उत्पादों को भी उपयोग किया जा सकता है।
नारियल तेल का त्वचा के रूखेपन के लिए फ़ायदेमंद- Coconut oil Benefits For Dry Skin
नारियल का तेल हर घर में आसानी से मिलाने वाला सबसे अच्छा साधन जिस का त्वचा की शुष्कता को कम करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। सर्दियों के दिनों में भी नारियल का तेल स्किन की शुष्कता दूर करने का अच्छा साधन है।
नारियल तेल त्वचा पर कैसे काम करता है
नारियल का तेल नारियल फल के अंदर की गिरी(गुठली) से निकाला जाता है और इसमें मौजूद तैलीय तत्व त्वचा की शुष्कता को दूर करने में मदद करते है।
नारियल तेल का त्वचा पर लगाने का तरीका
- नारियल के तेल को शरीर पर लगाना बिलकुल आसान है क्योंकि इसे सीधे तौर पर ही आप त्वचा पर इस्तेमाल कर सकते है।
- सर्दियों के मौसम में नारियल का तेल हल्का गुनगुना करके उपयोग करें क्योंकि ये सर्दी के कारण जम जाता है।
- नारियल के तेल को शरीर के साथ सर पर भी लगाया जाता है।
- नारियल के तेल में एक टुकड़ा कपूर का मिलाकर भी लगा सकते है
त्वचा का रूखापन दूर करने के कुछ अन्य उपाय- Some Others Tips For Skin Dryness
त्वचा रूखेपन को दूर करने के लिए कुछ आसान से तरीकों अपना कर भी आप त्वचा को कोमल और नमी युक्त रख सकते है
- शुष्क त्वचा वाले व्यक्तियों के लिए को कम समय तक करना नहाना चाहिए यानि लगभग 10 मिनट की या उससे कम समय की सलाह दी जाती है।
- ठंडा पानी का तापमान गर्म पानी की अपेक्षा कम त्वचा को सूखाता है इसलिए शुष्क त्वचा वाले व्यक्तियों को गर्म की अपेक्षा ठन्डे पानी से नहाना चाहिए ।
- नहाने के लिए शावर जैल और वॉश के उपयोग से बचे विशेष रूप से शुष्क त्वचा वाले लोग।
- हो सके तो ढीले और सूती कपडे पहने जिससे पसीना और सूखने में रूकावट न हो