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पेट की गैस के घरेलू उपाय- Pet ki Gas ke Gharelu Upay - mykaaya.com | स्वास्थ्य का आधार

पेट की गैस के घरेलू उपाय- Pet ki Gas ke Gharelu Upay

इस लेख में हम पेट की गैस के घरेलू उपाय Pet ki gas ke gharelu upay पढ़ेंगे। यह हम जानेंगे Gas dur karne ke gharelu upay और Pet mein gas kyu banti hai इसका कारण।आइये शुरू करते है :

आजकल की जीवनशैली और खान-पान के कारण पेट सम्बन्धी समस्या होना एक आमबात है जिसमे गैस का बनना सबसे पहले होने वाली समस्या है समय पर खाना न खाना, पाचन शक्ति के अनुसार खाना न खाना,खाने के साथ ऐसे पेय पदार्थ का सेवन करना जिससे खाया हुआ खाना ठीक से न पच पाना ऐसे ही बहुत से दिन-प्रतिदिन की आहार विहार की शैली पेट में गैस बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

आज हम आपको यहाँयानि Pet ki gas ke gharelu upay गैस बनने के कारण से लेकर उससे पेट में गैस घरेलू उपाय Pait mein gas ka ilaj तक की जानकारी देंगे।

पेट की गैस क्या होती- What is the Intestinal Gas?

  • छोटी आंत या बृहदान्त्र में गैस आमतौर पर आंत्र में पाए जाने वाले बैक्टीरिया द्वारा अपचित भोजन के पाचन या किण्वन के कारण होती है। गैस तब भी बन सकती है जब आपका पाचन तंत्र खाद्य पदार्थों में कुछ घटकों को पूरी तरह से नहीं तोड़ता, जैसे कि ग्लूटेन, अधिकांश अनाज में पाया जाता है, या डेयरी उत्पादों और फलों में चीनी।
  • अत्यधिक आंतों की गैस कभी-कभी एक पाचन विकार का संकेत देती है, लेकिन हर कोई रोजाना कई बार गैस पास करता है, और कभी-कभी डकार के रूप में भी यह के सामान्य प्रकिया है।[1]
Pet ki gas ke gharelu upay

पेट में गैस बनने के कारण- Causes of Intestinal Gas

  • आतों में खाये हुए भोजन का अबशेष के रूप में रहना।
  • छोटी आंत में बैक्टीरिया में बदलाव का होना।
  • कार्बोहाइड्रेट का सही अवशोषण न होना जिसके कारण आपके पाचन तंत्र में सहायक बैक्टीरिया के संतुलन को बिगड़ सकता है। 
  • कब्ज के कारण लंबे समय तक भोजन के अवशेष आपके आँत में रहते है, इसलिए इसे अधिक समय तक किण्वित होता रहता है जो की गैस का कारण बनता है। 
  • कुछ पाचन विकार, जैसे कि लैक्टोज या फ्रुक्टोज असहिष्णुता या सीलिएक रोग भी गैस का कारण बनते है।

पेट की गैस के घरेलू उपाय- Home Remedies for Gas

आइये अब हम यहाँ कुछ ऐसे उपायों Pet ki Gas ke Gharelu Upay को जानेंगे जिनको अपनाकर आप कुछ हद तक गैस को नियंत्रित कर सकते है:

अजवाइन का उपयोग दे गैस से आराम- Ajwain Benefits for Gas in Hindi

अजवाइन का सेवन हम सभी अपने प्रतिदिन के खाने में करते है लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अजवाइन एक औषधि भी है जो की पेट की गैस में आराम देती है। अजवाइन हर घर में मिल जाती है जिसका उपयोग गैस के समस्या में आसानी से किया जा सकता है।

अजवाइन गैस में कैसे काम करती है 

अजवाइन सेवन पाचन शक्ति को बढ़ाकर कर खाये हुये भोजन को पचाने में मदद करती है जिससे खाना पचाने में आसानी होती है और गैस की समस्या में आराम मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार अजवाइन में दीपन-पाचन और वात का अनुलोमक का गुण होता है जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है गैस में आराम होता है।

अजवाइन को गैस में कैसे उपयोग करते है- How to Use Ajwain for Gas

  • अजवाइन का उपयोग गैस में नीचे दिए गए तरीको से कर सकते है
  • अजवाइन को अपने प्रतिदिन के खाने में मसाले के रूप में जोड़े। 
  • अजवाइन को पानी में उबालकर उस पानी का सेवन कर सकते है। 
  • अजवाइन को तवे पर भूज कर पीसकर कर रख ले और चिकित्सक के परामर्श से सेवन करें। 
  • अजवाइन का अर्क और तेल में औषधि के रूप में बाजार में मिलता है जिसका उपयोग आप चिकित्सक के परामर्श से कर सकते है।

अदरक का उपयोग गैस में फायदेमंद- Ginger Benefits for Gas in Hindi

अदरक का उपयोग अधिकांश लोग सर्दियों में चाय में करते है लेकिन अदरक एक औषधि है जो कई रोगों के लक्षणों को कम करने के काम में आती है जिसमे से गैस की समस्या भी शामिल है। गैस की समस्या होने पर अदरक का उपयोग एक सबसे अच्छा और Pet ki gas ke gharelu upay आसान घरेलू उपाय है।

अदरक गैस में कैसे काम करता है

अदरक का सेवन डिजेस्टिव सिस्टम को बेहतर करने में मदद करता है जिससे खाना पचाने में मदद मिलती है और खाना ठीक तरह से पचने से गैस बनने की सम्भाना कम हो जाती है। आयुर्वेद के अनुसार भी अदरक के दीपन और पाचन जैसे औषधीय गुण पाचन संस्थान को अच्छा रख करते और गैस की समस्या में राहत मिलती है।

अदरक का उपयोग गैस में कैसे करें- How to Use Ginger in Gas

  • अदरक को गैस की समस्या में नीचे बताये निम्न तरीको से कर है 
  • अदरक को अपने के खाने के साथ जोड़ सकते है। 
  • अदरक के रस का सेवन कर सकते है। 
  • अदरक की चटनी बनाकर उपयोग किया जा सकता है। 
  • सुखी हुई अदरक (सोंठ) चूर्ण को चिकित्सक के परामर्श से सेवन किया जा सकता है।

ये भी पढ़े : कब्ज को दूर करने के उपाय

जीरा पानी गैस के लाभकारी- Cumin Benefits for Gas in Hindi

जीरा हमारे पारम्परिक मसलों का एक अभिन्न अंग जिसका हम गैस की समस्या में उपयोग कर सकते है। जीरे का पानी गैस की समस्या को दूर करने का एक अचूक उपाय है जिसका सेवन कर आप गैस की समस्या में तुरंत आराम पा सकते है।

जीरा गैस में कैसे फायदा करता है

जीरे का उपयोग गैस की समस्या में आराम पाने का एक अचूक उपाय है जीरे में पाये जाने वाला एंटी-फ्लैटुलेन्स का गुण होता है जिसके कारण जीरा पेट में गैस बनने से रोकता है साथ ही ये खाने को पचाने में मदद करता है जिससे गैस बनने की संभावना कम हो जाती है। आयुर्वेद के अनुसार जीरा दीपनीय और पाचनीय गुण होते है जो कि खाने को पचाने में मदद करते है जिससे गैस की समस्या में आराम मिलता है।

जीरा का गैस में उपयोग का तरीका- How to Use Cumin in Gas

  • जीरे को गैस में नीचे बताये गए तरीको से उपयोग किया जा सकता है:
  • जीरा पानी सबसे अधिक और आसानी से उपयोग होने वाला तरीका है इसके के लिए जीरे को पानी में उबाले और फिर इस पानी को छानकर थोड़ा -थोड़ा पीये जिससे गैस की समस्या में आराम मिले। 
  • जीरो को सब्जी बनाने वाले में मसाले में जोड़े। 
  • जीरे को तवे पर भूज कर उसे पीसे जब वह पाउडर बन जाये तब इसको एयर टाइड डिब्बे में बंद कर रख ले इसका उपयोग छाछ या नमकीन पेय में मिलाकर करने से गैस में लाभ मिलता है।

हींग गैस का अचूक उपाय- Hing Benefits for Gas in Hindi

हींग को हम सभी भलीभांति जानते है ये हमारे किचन में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाले मसालों में एक है जिसका उपयोग खाने के स्वाद को कई गुना बढ़ा देता है। हींग का काम खाने का स्वाद बढ़ाना ही नहीं बल्कि हमारे पाचन को भी ठीक रखना है।

हींग गैस में कैसे काम करती है 

हींग को पेट संबधी समस्याओं में एक अचूक उपाय माना गया है विशेष रूप से गैस की समस्या में हींग का उपयोग सर्वाधिक किया जाता है क्योंकि हींग पाचक एन्ज़ाइम्स को बढ़ाने का गुण पाया जाता है जो की पाचन शक्ति को बढाकर गैस को बनने से रोकती है।

आयुर्वेद के अनुसार हींग में दीपन और पाचन के साथ-साथ वात अनुलोमन का गुण पाया जाता है जो की पाचन शक्ति को बढ़ने साथ ही गैस को पेट में ऊपर की और गति नहीं होने देती है और गैस अगर बनती है तो उसको नीचे के रास्ते पेट से बाहर निकालने में भी मदद करती है। 

हींग को गैस में उपयोग करने का तरीका-How to Use Hing in Gas

  • हींग को में निम्न तरीको से उपयोग कर सकते है 
  • हींग को सब्जी बनाते समय सब्जी में डालें जिससे सब्जी का स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही यह पेट संबधी विकार भी दूर करती है। 
  • हींग का गैस संबधी समस्या में पेट की नाभि वाले स्थान पर लेप करने से भी गैस की समस्या में आराम होता है। इसके लिए हींग को पानी में घोल कर लेप करें।

छाछ का सेवन दे गैस में आराम- Buttermilk Benefits for Gas

छाछ का खाने के साथ पीना एक आम चलन है लेकिन छाछ का खाने के स्वाद को तो बढ़ता ही है साथ यह खाने को पचने में भी मदद करता है जिससे पेट संबधी विकार नहीं है मुख्य रूप से गैस बनने की समस्या में। छाछ को भी स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें कालानमक और जीरा मिलाया जा सकता है।

छाछ गैस को कैसे कम करने में मदद करता है

छाछ को पेट संबंधी रोगों का एक अचूक घरेलू उपाय माना जाता है क्योंकि छाछ में भोजन को पचने का गुण होता है जो कि खाने को आसानी से पचा कर गैस बनने से रोकता है। छाछ का सेवन खाने के साथ करने से यह खाने को पचाने ज्यादा समय नहीं लगता है। आयुर्वेद में भी छाछ पाचन के लिए हितकर मन है जो पाचक अग्नि को अच्छा रख गैस बनने से रोकता है। 

छाछ का गैस में कैसे उपयोग करें - How to Use Buttermilk in Gas

  • छाछ का उपयोग गैस जो समस्या में निम्न प्रकार से कर सकते है:
  • छाछ को अपने खाने में जोड़े। 
  • छाछ का ताजा ही उपयोग में लाये। 
  • छाछ में भूजा हुआ जीरा और काला नमक डालकर खाने के साथ पीये।

सौंफ का पानी गैस में दे राहत- Saunf Benefits for Gas in Hindi

सौंफ का सेवन खाने के बाद करना एक आम रिवाज है आपने भी देखा होगा कि होटल्स और रेस्टोरेंट्स में खाने के बाद सौंफ खाने के लिये दिया जाता है क्योंकि सौंफ खाने से पाचन अच्छा होता है और गैस बनने की समस्या कम हो जाती है। इसकी तरह सौंफ के पानी का सेवन भी पाचन अच्छा कर गैस बनने से रोकता है।

सौंफ गैस में कैसे काम करती है

सौफ के पानी का सेवन गैस की समस्या में आराम देना का एक बहुत ही अचूक उपाय है साथ ही सौंफ का पानी गैस के कारन पेट फूलने से होने वाले दर्द में भी आराम देता है क्योंकि इसमें एंटी-फ्लैटुलेन्स और एंटी इंफ्लेमेटरी का गुण पाया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार भी सौंफ पाचक अग्नि में सुधार कर गैस की समस्या में आराम देती है।

सौंफ को गैस में उपयोग करने का तरीका- How to Use Saunf in Gas 

  • सौंफ का गैस में उपयोग करने के निम्न तरीके है
  • सौंफ को सीधे ही खाने के बाद सेवन करें। 
  • सौंफ को खाने के मसालों में उपयोग करें।  
  • सौंफ को पानी में डालकर उबालें और छानकर इसका सेवन करने से भी गैस में लाभ मिलता है।  

हरड़ का उपयोग गैस में फायदेमंद- Harad Benefits for Gas in Hindi

हरड़ एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है जो कि पाचन संबंधी विकारो में उपयोग की जाती है। हरड़ का सेवन गैस को दूर करने में अचूक उपाय है। हरड़ बाजार में आसानी से उपलब्ध है जिसका उपयोग चिकित्सक के परामर्श से आप कर सकते है।

हरड़ गैस में कैसे काम करती है 

हरड़ का सेवन गैस की समस्या को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है क्योंकि हरड़ में एंटी फ्लैटुलेन्स का गुण पाया जाता है जो की गैस की समस्या को दूर करने में मदद करता है, साथ ही हरड़ पेट की कब्ज को दूर करने में भी मदद करता है। 

हरड़ का गैस में उपयोग का तरीका- How to Use Harad in Gas 

  • हरड़ को गैस की समस्या में निम्न तरीको से कर सकते है 
  • हरड़ के चूर्ण का चिकित्सक के परामर्श के अनुसार सेवन करें
  • हरड़ को सबूत lलेकर उसको घर में कूट कर घी में थोड़ा भूज ले फिर इसका सेवन चिकित्सक से परामर्श कर सकते है। 

गैस बनने से रोकने के तरीके- Tips for Preventing Gas in Abdomen

गैस को रोकने के लिए Pet ki gas ke gharelu upay के साथ- साथ निम्नलिखित तरीको से भी मदद मिल सकती है:

  • कुछ खाद्य पदार्थों को खाने से हटा दें: गैस पैदा करने वाले अपराधियों में सेम, मटर, दाल, गोभी, प्याज, ब्रोकोली, फूलगोभी, साबुत अनाज खाद्य पदार्थ, मशरूम, कुछ फल और बीयर और अन्य कार्बोनेटेड पेय शामिल हैं। यह देखने के लिए एक समय में एक भोजन को हटाने की कोशिश करें कि क्या आपकी गैस में सुधार होता है।
  • लेबल पढ़ें: यदि डेयरी उत्पाद एक समस्या लगते हैं, तो आपके पास लैक्टोज असहिष्णुता की कुछ डिग्री हो सकती है। ध्यान दें कि आप क्या खाते हैं और कम लैक्टोज या लैक्टोज मुक्त किस्मों की कोशिश करते हैं। शुगर-फ्री खाद्य पदार्थों (सोर्बिटोल, मैनिटोल और ज़ाइलिटोल) में पाए जाने वाले कुछ अपचनीय कार्बोहाइड्रेट भी गैस में वृद्धि कर सकते हैं।
  • कम वसायुक्त भोजन खाएं: वसा पाचन धीमा कर देती है, भोजन को किण्वन के लिए अधिक समय देता है।
  • उच्च फाइबर खाद्य पदार्थों पर अस्थायी रूप से वापस कटौती करें: फाइबर के कई लाभ हैं, लेकिन कई उच्च फाइबर खाद्य पदार्थ भी महान गैस उत्पादक हैं। एक ब्रेक के बाद, धीरे-धीरे फाइबर को अपने आहार में वापस जोड़ें।

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Dr.Sourabh Sahu

BAMS PGDYT Ayurveda Physician Reg.No.50388 Experience: 10years

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