शहद के फायदे- Honey Benefits in Hindi

Honey benefits in hindi में हम जाने की शहद खाने से पाचन शक्ति honey benefits for digestive system और शहद सेवन से वजन को नियंत्रित कैसे कर सकते है honey benefits for weight loss in hindi शहद का सेवन पुरुषों के लिए दूध में डालकर लेने से क्यों फायदेमंद होता है honey benefits for stamina ये भी आज हम यहाँ पढ़ेंगे। 

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शहद की उपयोगिता - Honey Uses Hindi  

शहद यानि मधु जो की कई सारे औषधीय  गुण से भरा रहा है जिसका उपयोग शरीर को स्वस्थ रखने ले साथ- साथ रोगों को दूर  करने में भी किया जाता है। शहद का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में कफ से जुडी सभी बीमारियों के किया जाता है। बहुत सी आयुर्वेदिक औषधियां शहद के साथ लेने का निर्देश आयुर्वेदिक शास्त्रों में वर्णित है। आयुर्वेदिक के अनुसार शहद के साथ औषधि को लेने से उस औषधि के काम करने में गति बढ़ जाती है क्योकि शहद में योगवाही का गुण होता है जो शरीर में औषधि के काम करने की क्षमता को बढ़ा देता है।

शहद के आयुर्वेदिक  गुण - Honey Ayurvedic Properties in Hindi

आयुर्वेद शास्त्रों में शहद यानि मधु कई गुण बताये गए है जैसे मधु वातल ,गुरु ,शीत वीर्य ,रक्तपित्तकफ नाशक ,संधान करने वाला ,छेदन ,रुक्ष व रस में कषाय मधुर,अनुरस कषाय है।

अग्नि दीपक ,वर्ण्य ,स्वर्य, लघु सुकुमारता करने वाला ,लेखन, हृद्य ,शोधन, रोपण, वाजीकर(शुक्रल), संग्राही ,चक्षुष्य ,प्रसादन ,सूक्ष्म मार्गों में जाने वाला ,पित्त, कफ, मेद ,मेह,हिक्का,श्वास ,कास ,अतिसार ,छर्दि ,तृष्णा,कृमि विष को शांत करता हैं ,सुखकारक त्रिदोष नाशक हैं।

लघु होने से कफनाशक ,पिच्छिल गुण व मधुर रस ,कषाय अनुरस से वात पित्त नाशक हैं,विष नाशक ,कुष्ट ,कृमिरोग ,व्रण शोधक ,व्रण रोपक ,लेपन योग्य ,स्त्रोतों शोधन ,सूक्ष्म ,मेधा वर्धक ,विशद ,रुचिकारक होता है। यह योगवाही व वातवर्धक हैं किन्तु वातवर्धक होते हुए भी वात प्रकोप व वर्षा ऋतू में प्रशस्त हैं।

शहद के प्रकार- Types  of Honey in Ayurveda

आयुर्वेद के अनुसार शहद के प्रकार और उनके गुण का विस्तार से वर्णन किया गया है। जो इस प्रकार से है

  •  माक्षिक - श्रेष्ट ,तैल वर्णी ,लघु, रुक्ष ,श्वास कास के लिए उत्तम ,बड़े आकर की पीत वर्णी ,कपिल वर्णी ,पिंगल वर्णी विषैली मक्खियों द्वारा संचित,सामान्य शीतल,व्रण ,कामला ,अर्श ,क्षत क्षय में विशेष रूप से उपयोगी ,वातोदासीन ,नेत्र रोगहर क्षय नाशक |                                                                        
  • भ्रामर - विशेष गुरु ,श्वेत वर्णी,स्फटिक वर्णी  ,पिच्छिल ,अधिक मधुर ,भौरों द्वारा संचित ,रक्त पित्त नाशक , विपाक मधुर ,शीतल , अभिष्यंदी ,मूत्रल,बलकारक ,तृप्तिकर ,भ्रम ,तृष्णा ,मूर्च्छा ,विष ,प्रमेह नाशक ,जड़ता करने वाला , मूत्र जाड्याकर |                                                                                                                                         
  • क्षौद्र - कपिल वर्णी ,विशेष रूप से शीतल ,लघु ,लेखन ,पिंगल वर्ण की क्षुद्रा मक्खी के द्वारा संचित , चक्षुष्य ,पित्त वातहर,वात वर्धक ,कर्षण करने वाला तिक्त मधुर ,सूक्ष्म ,अभिष्यंदी ,कफ, रक्त विकार नाशक , क्षत ,कास ,क्षय रोग ,श्वास ,नेत्ररोग ,अतिसार नाशक ,विशेष रूप से प्रमेह नाशक|                                                                        
  • पौत्तिक- घृत वर्णी ,रुक्ष ,उष्ण,वात ,रक्त पित्तकारक ,छेदक ,विदाही ,मादक ,अन्न से उत्पन्न पिंगल वर्ण की पुत्तीका नामक मक्खी द्वारा संचित , रक्त रोग ,दाह जनक ,लघु,प्रमेहकारक ,ग्रंथि ,क्षत व शोष रोग में हितकारी मूत्र कृच्छहर ,ग्रंथि व व्रण की आद्रता का शोष करता हैं|                                                                                        
  • छात्र - मधुर विपाक ,गुरु ,शीत वीर्य ,पिच्छिल ,रक्तपित्त नाशक ,श्वित्र, प्रमेह,कृमिनाशक गुणों में श्रेष्ठ ,पीत पिंगल वर्ण की हिमालय पर रहने वाली सरधा  मक्खी से उत्पन्न ,पीत वर्ण का मधु ,उत्तम गुणों वाला,भ्रम ,तृषा ,मोह ,विष विकारहर ,तृप्तिकर |                                                                                                                             
  • आर्घ्य - नेत्रों के लिए अतिहितकर  ,अतिशय कफ पित्त नाशक, वात वर्धक ,रस कषाय, मधुर ,तिक्त  ,विपाक कटु ,बलकारक ,तिक्त ,भौरे के आकर वाली तीखे डंक वाली मक्खी से उत्पन्न ,पिंगल वर्णी ,महुये के वृक्ष की गोँद के सदृश्य मधु ,पुष्टिकर                                                                                                                                               
  • औद्दालक - रुचिकर,स्वर्य ,कुष्ठ ,विषनाशक , कषाय,तिक्त  ,उष्ण वीर्य ,अम्ल ,पित्त कारक, विपाक कटु ,भूमि में बिल बनाने वाले कपिल वर्ण के कीटो से उत्पन्न मधु ,स्वर्ण वर्णी ,सभी सिद्धियां देने वाला                                                   
  • ८. दाल-  छर्दि, प्रमेह नाशक,रुक्ष ,इंद्रनील दल के आकार वाली छोटी छोटी मक्खियां वृक्ष की कोटर में पीत वर्ण ,पाटल (हलके लाल वर्ण) का मधु बनाती हैं ,रस कटु,अत्यंत मधुर,अम्ल ,किंचित  कषाय ,विपाक मधुर, पित्त विकार उत्पन्न करने वाला ,वातकारक ,लेखन ,छर्दि ,प्रमेह नाशक,लघुपाकी दीपन ,कफ नाशक , रुचिकर ,वमन निवारक ,स्निग्ध ,वृंहण ,गुरु |

शहद खाने के फायदे- Honey Benefits in Hindi

शहद का सेवन रोगी और स्वस्थ्य दोनों ही प्रकार honey benefits in hindi के लोग कर सकते है क्योंकि इसका प्रतिदिन सेवन शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति को बढाकर रोगों को होने से रोकता है साथ ही यदि आपको रोग पहले से ही है तो ये उस रोग के लक्षणों को ठीक करने में मदद भी करता है विशेष रूप से कफज रोगों को। आइये जानते है कुछ शहद खाने के महत्वपूर्ण फायदे :

शहद का सेवन खाँसी से फायदेमंद- Honey Benefits for Cough in Hindi

शहद का सेवन खाँसी की समस्या का एक अचूक उपाय है हमारे घरों में सदियों से शहद का सेवन खाँसी में को ठीक करने में औषधि के रूप में होता रहा है। आयुर्वेद में शहद यानि मधु का सेवन कफ के प्रकोप से होने वाले रोगों में किया जाता है क्योंकि इसमें कफ के शमन का गुण है। बच्चों की खाँसी में शहद का उपयोग बहुत ही पुरानी घरेलु चिकित्सा है। आधुनिक चिकित्सा के अनुसार में शहद में पाये जाने वाले एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी का गुण खाँसी को कम करने में मदद करता है।[1]

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शहद का उपयोग  वजन को करें नियंत्रित- Honey Helps in Weight loss in Hindi

आजकल की जीवन शैली के कारण वजन का बढ़ना बहुत बड़ी और आम समस्या है। असमय और फ़ास्ट फ़ूड का अधिक सेवन का चलन युवाओं बढ़ गया है। इस समस्या को कुछ हद तक आप बिना औषधि के भी कर सकते है इसके लिए आपको अपनी प्रतिदिन के खाने में शहद को जोड़ना पड़ेगा।  शहद का सेवन बढ़ते वजन को नियंत्रित करने एक सरल उपाय है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार शहद में लेखन का गुण है जो की वसा यानि चर्बी को बढ़ने नहीं देता है।  आधुनिक मत अनुसार में शहद में एंटी ओबेसिटी का गुण होता है जो की वजन को बढ़ने से रोकता है। [2]

शरीर की अंदरूनी शक्ति बढ़ाने में सहायक- Honey boosts Energy in Hindi

शहद शरीर का सेवन शरीर को जल्द ऊर्जा प्रदान करने में एक अच्छा घरलू साधन है। शहद का सेवन शरीर की कमजोरी को दूर करके शरीर की अंदुरुनी शक्ति बढ़ाने में मदद करता है।  आयुर्वेद के अनुसार शहद में वृष्य और रसायन का गुण होता जो की शरीर की अंदरूनी शक्ति को बढ़ने में मदद करता है। शहद का सेवन अपने प्रतिदिन के खाने में जोड़ ले तो आपकी प्रतिदिन आवश्यक ऊर्जा की पूर्ति आसानी से हो सकती है।  आधुनिक मत के अनुसार भी शहद का सेवन शरीर की एनर्जी बढ़ाने का एक मुख्य साधन है।

शहद कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार- Honey Helps Control Cholesterol

आप यदि कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने की समस्या से परेशान है तो शहद का सेवन आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। शहद का निरन्तर सेवन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को आवश्यकता से अधिक बढ़ने से रोकता है। शहद में पाये जाने वाला लेखन का गुण कोलेस्ट्रॉल को शरीर में अधिक मात्रा में इकट्ठा होने से रोकता है।  आधुनिक रिसर्च के अनुसार शहद शरीर के लिए हानिकारक ट्राइग्लिसराइड नामक कोलेस्ट्रॉल के साथ - साथ टोटल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है इसके अलावा शरीर के लिए आवश्यक एच.डी.एल यानि अच्छा कोलेस्ट्रॉल की सही मात्रा को बनाये रखे में मदद करता है।[3]

शहद का सेवन इम्युनिटी को बढ़ाने में सहायक- Honey Improves immunity in Hindi

इम्युनिटी का कम होना कई रोगों को शरीर में होने या बढ़ने का मुख्य कारण होता है। इम्युनिटी को एक दिन या एक सप्ताह में नहीं बढ़ाया जा सकता है। यह एक निरन्तर और लम्बे समय तक चलने वाली प्रकिया है और इसमें आपका खान पान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।  शहद का सेवन एक बहुत ही अच्छा और सबसे सरल इम्युनिटी को बढ़ाने साधन है। आयुर्वेद में भी शहद को रसायन बताया गया जिसका मतलब होता है आयु को बढ़ाने वाला, इसलिए शहद का प्रतिदिन सेवन शरीर की इम्युनिटी को बढाकर रोगों से लड़ने में मदद करता है। आधुनिक मत अनुसार में इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी का गुण पाया जाता है जो की हमारी रोगों से लड़ने में मदद करता है।[4]

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शहद त्वचा के लिए लाभदायक- Honey Benefits for Skin in Hindi

शहद का उपयोग त्वचा के लिए भी उतना ही फायदेमंद जीतना की शरीर की अन्य अंगो के लिए है। त्वचा को स्वास्थ्य और चमकदार रखने के लिए शहद के सेवन के साथ त्वचा पर लगाने से भी फायदा होता है। आयुर्वेदिक शास्त्रों के अनुसार शहद का रसायन और रोपण दोनों ही गुण त्वचा के लिए फायदेमंद होते है। आधुनिक रिसर्च के अनुसार शहद का एंटी माइक्रोबियल  और एंटी इन्फ्लैमटोरी का गुण त्वचा संबंधी रोगों में फायदेमंद होता है इसके लिए शहद को खाने और लगाने दोनों तरीको से उपयोग में लिया जा सकता है।[5]

शहद दे अस्थमा में आराम- Honey Helps to Control Asthma

शहद का सेवन अस्थमा के लक्षणों को कम करने का एक अचूक उपाय है। अस्थमा में कफ की अधिकता से साँस ले ने में तकलीफ होती है शहद का सेवन कफ को कम करके साँस को सुचारु रूप से चलने में मदद करता है आयुर्वेद के अनुसार कफ शमन का गुण अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। आधुनिक रिसर्च के अनुसार शहद में एंटी इंफ्लामंट्री, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल का गन अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।[6]

शहद का सेवन हृदय के लिए फायदेमंद-Honey Benefits for Heart

हृदय को स्वास्थ्य रखने में भी शहद का सेवन फायदेमंद होता है। शहद का सेवन हृदय को अपने कार्य को सुचारु रूप से करने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार शहद में पायें जाने वाला हृद्य गुण हृदय की मांस पेशियों को मजबूती प्रदान करता हैं जिससे हृदय स्वास्थ्य रह कर अपने कार्य को ठीक तरीके से करता है। साथ ही हृदय के लिये नुकसान दायक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को रक्त में बढ़ने से रोकता है। आधुनिक मत के अनुसार शहद में पाये जाने वाले पॉली फेनॉल्स  हृदय संबधित रोगों को रोकने में मददगार होते है।[7]

कैंसर से बचाव में शहद मददगार- Honey Prevents Cancer Hindi

शहद का सेवन कैंसर से बचाव में भी मदद करता है क्योंकि शहद में पाये जाने वाला एंटी कैंसर गुण कई प्रकार के कैंसर को शरीर में फैलने से रोकता है। शहद में पाये जाने वाले अन्य औषधि गुण जैसे एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुण भी कैंसर के लक्षणों को कम करने में मदद करते है। आयुर्वेद के मतानुसार भी शहद के रसायन और वृष्य गुण शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर कैंसर से बचाव में मदद करता है। कैंसर रोगी शहद को अपनी प्रतिदिन के जीवन शैली में जोड़ सकते है।[8] 

मुँह के छालों में शहद दे आराम- Honey Good for Mouth Ulcer in Hindi

शहद मुँह के छालों की एक राम बाण औषधि है। मुँह के छालों में शहद को खाने के साथ लगाने से भी आराम मिलता है। शहद का उपयोग मुँह के अन्य रोगों में भी किया जाता है जैसे मसूड़ों की सूजन। शहद को मसूड़ों पर लगाने या हल्के हाथ से मसाज करने से मसूड़ों की सूजन में आराम मिलता है। आयुर्वेद के अनुसार शहद में रोपण का गुण पाया जाता है जिससे यह छालों और अन्य मुँह के रोगों में तुरंत आराम देता है।  आधुनिक रिसर्च के अनुसार शहद का एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण छालों और मसूड़ों की सूजन में एक कारगर औषधि का काम करता है।[9]

शहद का उपयोग कैसे करें - How to Use Honey in Hindi

शहद का उपयोग रोगों के अनुसार और शरीर की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुये कई प्रकार से किया जा सकता है honey benefits in hindi jजिससे अधिकतम फायद पहुंचे। जैसे :

  • शहद का दूध के साथ सुबह सेवन करने से शरीर की अंदुरुनी शक्ति बढ़ती है। कम वजन वाले लोग शहद को दूध में डालकर ले तो वजन को बढ़ाने में मदद मिलती है। 
  • शहद का सुबह पानी के साथ लेने पर यह वजन को कम करने में मदद करता है। 
  • शहदी को रोटी या ब्रेड पर भी लगाकर सेवन कर सकते है। 
  • शहद को सलाद में भी डालकर उपयोग किया जा सकता है। 
  • चीनी यानि शुगर के विकल्प के रूप उपयोग करने कर सकते है। 
  • शहद को खाँसी में तुलसी के पत्तो के रस के साथ ले सकते है। 
  • मुँह के छालों में शहद को सीधे ही लगा  है। 
  •  रोज एक चम्मच शहद को खाने से शरीर की इम्युनिटी  बढ़ती है। 

शहद खाने के नुकसान- Honey Side Effects in Hindi

शहद को खाने से बताये गए तरीको और मात्रा के अनुसार लेने से कोई घातक दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है किन्तु शहद का उपयोग करते समय कुछ बातों विशेष ध्यान रखना चाहिये। जैसे:

  • किसी को पराग के कणों से एलर्जी है तो शहद के उपयोग से पहले चिकित्सक से सलाह जरूर ले। 
  • शहद को गर्म करके या किसी गर्म चीज जैसे ज्यादा गर्म पानी आय दूध में डालकर पीने से बचना चाहिये। 
  • अगर आप का पाचन ठीक नहीं है तो शहद को अधिक मात्रा में सेवन से बचना चाहिये। 
  • मधुमेह के रोगी जिनका शुगर नियंत्रण में नहीं है यानि की शुगर की मात्राअधिक बढ़ी हुई है उनको अधिक मात्रा में शहद के सेवन परहेज करना चाहिए।[10]
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Dr.Amit Singh

BAMS MD(Ayurveda) Reg.No. 54707 Experience:11years

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