इस लेख में हम पढ़ेंगे home remedies for cough in hindi जिसमें sardi khansi ke gharelu upay जानेंगे। khansi ka upay के उपाये बतायेंगे। इस लेख में खांसी के कारण causes of cough in hindi भी हम यहाँ जानेंगे। आइये जानते है cough ke liye gharelu upay के बारे में जानते है :
खांसी का परिचय- Introduction of Cough in Hindi
- खाँसी आपके शरीर की प्रतिक्रिया का तरीका है जब कुछ आपके गले या वायुमार्ग को परेशान करता है। एक चिड़चिड़ाहट नसों को उत्तेजित करती है जो आपके मस्तिष्क को संदेश भेजती है, मस्तिष्क फिर आपके सीने और पेट की मांसपेशियों को अपने फेफड़ों से हवा को बाहर निकालने के लिए प्रेरित करता है।
- एक सामयिक खांसी सामान्य और स्वस्थ प्रक्रिया है। खांसी जो कई हफ्तों तक बनी रहती है और बलगम का रंग परिवर्तित हो जाये या खूनी बलगम बन जाये है, ऐसी स्थिति का मतलब है संकेत है की अब चिकित्सा की आवश्यकता है।[1]
खांसी के कारण- Causes of Cough in Hindi
खांसी के कारण को हम इस प्रकार से समझ सकते है[2]
- एलर्जी जिसमें नाक या साइनस शामिल हैं।
- अस्थमा और सीओपीडी (वातस्फीति या क्रोनिक ब्रोंकाइटिस)।
- सामान्य सर्दी और फ्लू ।
- फेफड़े में संक्रमण जैसे निमोनिया या तीव्र ब्रोंकाइटिस।
- पोस्ट नेसल ड्रिप के साथ साइनसिसिस।
- ACE-इनहिबिटर (उच्च रक्तचाप, दिल की विफलता या गुर्दे की बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं)।
- सिगरेट पीने या सेकेंड हैंड धुएं के संपर्क में आने से भी खांसी हो सकती है।
- जी.इ.आर.डी (GERD) भी खांसी का एक कारण हो सकता है।
- फेफड़े के रोग जैसे कि ब्रोन्किइक्टेसिस, इंटरस्टिटयाल लंग्स डिजीज, लंग्स कैंसर।
खांसी के प्रकार- Types of Cough in Hindi
खांसी के प्रकार को हम इस प्रकार से समझ सकते है[3][4]
- पैथोलॉजिकल खांसी के विवरण (विशिष्ट निदान से पहले)- ये इस प्रकार से है- बोवाइन खांसी, सूखी खांसी, नम खांसी, हैकिंग खांसी, काली खांसी, गले में जलन से खांसी, छाती की जलन से खांसी , नाक टपकने से खांसी ।
- अवधि के अनुसार खांसी- एक्यूट (3 सप्ताह से कम समय तक), सबएक्यूट (3 से 8 सप्ताह तक रहता है) और क्रॉनिक (8 सप्ताह से अधिक समय तक रहता है और हार नहीं मानता) ।
खांसी का घरेलू उपाय- Home Remedies for Cough in Hindi
आइये अब हम home remedies for cough in hindi लेख में पढ़ेंगे कि किस प्रकार से आप कुछ घरेलू उपायों से खांसी को नियंत्रित कर सकते है
गर्म पानी का सेवन खांसी में फायदेमंद- Drinking Warm water Benefits for Cough in Hindi
गर्म यानि गुनगुने पानी का सेवन खांसी के वेगों को नियंत्रित कर सकता है। खांसी की समस्या के समय थोड़ा - थोड़ा गर्म पानी का सेवन फायदेमंद होता है। आप चाहे तो गर्म पानी का सेवन खांसी के समाप्त होने तक भी पी सकते है।
गर्म पानी कैसे आराम देता है खांसी में
गर्म पानी का सेवन करने से गले में जमे कफ को कम कर खांसी के वेग को नियंत्रित करता है जिससे खांसी के लक्षणों में कमी आती है। आयुर्वेद के अनुसार भी गर्म यानि गुनगुना पानी कफ यानि श्लेष्मा को कम करके खांसी के वेग को नियंत्रित करता है।[5]
गर्म पानी का उपयोग कैसे कर सकते है- How to Use Hot water for Cough in Hindi
गर्म यानि गुनगुना सुबह सोने के बाद से लेकर सोने से पहले तक कुछ-कुछ समय के अंतराल के बाद पी सकते है खाने के बाद में गुनगुना पानी लिया जाता है जिससे खांसी के वेगों को नियंत्रित कर सकते है।
अदरक का उपयोग दूर करें खांसी- Ginger Benefits for Cough in Hindi
आइये अब home remedies for cough in hindi लेख में पढ़े अदरक के बारे में। अदरक का खांसी को दूर करने में उपयोग एक बहुत ही आसान और घरेलु उपाय है । अदरक आसानी से मिल जाता है और इसके उपयोग का तरीका भी बहुत सरल है।
अदरक कैसे खांसी में लाभदायक है
अदरक का उपयोग खांसी के वेगों कम करने में बहुत ही मददगार है। अदरक जमे हुए कफ को निकाल खांसी को नियंत्रित करता है। अदरक का सेवन इन्फेक्शन के कारण होने वाली खांसी में खांसी को भी कम करने में मदद करता है क्योंकि अदरक में इन्फेक्शन को नियंत्रित करने का गुण पाया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार अदरक में कफ शामक का गुण पाया जाता है जो की कफ के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।[6] [7]
अदरक का उपयोग कैसे करे खांसी में- How to Use Ginger for Cough in Hindi
- अदरक का उपयोग खांसी में कई प्रकार से कर सकते है
- अदरक का काढ़ा यानि टी के रूप में सेवन कर सकते है।
- अदरक का रस शहद के साथ मिलाकर सेवन कर सकते है।
- अदरक का एक टुकड़ा सेंधव नमक के साथ मिलाकर चूसने से लाभ होता है।
शहद का सेवन खांसी में दे लाभ- Honey Benefits for Cough in Hindi
शहद को एक बहुत ही गुणकारी औषधि के रूप उपयोग किया जाता है विशेष रूप से कफ संबंधी समस्याओं के लिये शहद बहुत ही उपयोगी है साथ ही शहद आसानी से मिल जाता है जिसका उपयोग कर खांसी के वेगों को नियंत्रित कर सकते है।
शहद का खांसी में कैसे काम करता है
शहद का सेवन खांसी के वेगों को नियंत्रित करने में मदद करता है क्योंकि शहद कफ को पतला करके शरीर से बाहर निकालने में सहायक होता है साथ हि अदरक में एंटीऑक्सीडेंट का गुण पाया जाता है जो खांसी के वेगो को कम करने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार शहद का सेवन कफ को नियंत्रित कर खांसी के वेगो को कम करने में मदद करता है क्योंकि इसमें कफ शामक गुण पाया जाता है।[8]
शहद का सेवन कैसे करे खांसी के लिए- How to Use Honey for Cough in Hindi
- शहद का सेवन खांसी में सीधे रूप से भी कर सकते है।
- शहद को अदरक के रस के साथ भी लिया जा सकता है।
- शहद को पानी के साथ मिलाकर भी ले सकते है।
तुलसी खांसी में फायदेमंद- Tulsi Benefits for Cough in Hindi
यहाँ home remedies for cough in hindi लेख में तुलसी के बारे में बताया गया है। तुलसी घर में पाये जाने वाली औषधि है जिसका उपयोग कर खांसी के वेगों को कम किया जा सकता है। तुलसी के पत्तों का आप रस उपयोग कर सकते साथ ही सीधे तौर पर खा सकते है।
तुलसी खांसी को कैसे कम करती है
तुलसी का सेवन खांसी को कम करने में मदद करती है क्योंकि तुलसी कफ को निकालने में मदद करती है साथ ही इसमें एंटी बक्ट्रियल और एंटी वायरल का गुण पाया जाता है जो की खांसी को कम करने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार भी तुलसी खांसी के वेगों को शांत करने में मदद करती है क्योंकि तुलसी में कफ शामक का गुण पाया जाता है जो कि कफ को शांत करने में मदद करती है।[9]
तुलसी को खांसी में कैसे उपयोग करे- How to Use Tusli for Cough in Hindi
- तुलसी के पत्ते से लेकर तुलसी का रस भी खांसी में उपयोग कर सकते है
- तुलसी के पत्ते तोड़कर साफ़ करके आप पानी के साथ निगल ले।
- तुलसी के पत्तों से रस निकालकर शहद में मिलाकर ले सकते है।
- तुलसी का काढ़ा यानि टी का उपयोग कर सकते है।
हल्दी दूध खांसी में फायदेमन्द- Turmeric Milk Benefit for Cough in Hindi
हल्दी का दूध यानि गोल्डन मिल्क का उपयोग खांसी के वेगों कम करने में मदद कर सकता है। हल्दी दूध को घर पर आसानी से बनाया जा सकता है जिसका सेवन करने से आप खांसी के वेगों को शांत कर सकते है।
हल्दी दूध कैसे खांसी में आराम देता है
हल्दी वाला दूध खांसी के वेगो को कम करने में मदद करता है क्योंकि हल्दी बलगम को निकालने में मदद करता है साथ ही हल्दी में पाये जाने वाला एंटी एलर्जिक, एंटी-वायरल का गुण खांसी के वेगों को कम करने में मदद कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार भी हल्दी में पाये जाने वाला उष्ण गुण कफ को शमन करने में मदद करता है जिससे खांसी के वेगों का कम करने में सहायता मिलती है।[10]
हल्दी दूध खांसी में उपयोग का तरीका- How to Use Turmeric Milk for Cough in Hindi
- हल्दी दूध को आसानी से घर पर बनाया जा सकता है।
- हल्दी दूध को बनाने के लिये हल्दी को दूध के साथ उबालकर तैयार किया जाता है।
- हल्दी दूध को घर में बनाकर दिन में एक से दो बार उपयोग कर सकते है।
ये भी पढ़े: हल्दी दूध के और भी है फायदे
नमक पानी के गरारे खांसी में दे आराम- Salt Water Gargle for cough in Hindi
नमक पानी के गरारे करने से खांसी में आराम मिलता है ये घरेलू उपाय सबसे सस्ता और आसान तरीका है नमक पानी के गरारे करने से गले को आराम मिलता है जिससे खांसी के वेग कम हो जाते है।
नमक पानी के गरारे कैसे खांसी में आराम देते है
नमक पानी के गरारे खांसी के वेगों को कम करने में मदद करता है क्योंकि एक रिसर्च के अनुसार नमक पानी का गरारे श्वशन तंत्र संक्रमण को कम करने में मदद करता है जिससे खांसी के वेगों को कम करने में सहायता करता है।[11]
नमक पानी के गरारे खांसी में कैसे करे- How to Do Salt Water Gargle for Cough in Hindi
नमक को पानी में मिलाकर हल्का गुनगुना कर गरारे एक से दो बार करने से खांसी में आराम होता है।
दालचीनी का सेवन खांसी में दे लाभ- Dalchini Benefits for Cough in Hindi
home remedies for cough in hindi में यहाँ दालचीनी के बारे में बताया गया है। दालचीनी का सेवन खांसी के वेगों को कम करने में किया जा सकता है। दालचीनी अनेक घरों में मसाले के रूप में उपयोग की जाती है। दालचीनी का आसानी से उपयोग में लाया जा सकता है।
दालचीनी कैसे खांसी में कैसे काम करती है
दालचीनी का सेवन खांसी के वेगों को कम करने में मदद करता है क्योंकि दालचीनी का सेवन कफ को निकालकर खांसी के वेगों को कम करने में मदद करता है साथ ही दालचीनी में पाये जाने वाले एंटी माइक्रोबियल का गुण पाया जाता है जो की संक्रमण को कम कर खांसी को कम करता है। आयुर्वेद के अनुसार दालचीनी में कफ को शमन करने का गुण होता है जो की खांसी के वेगों कम करने में मदद करता है।[12]
दालचीनी का खांसी में उपयोग का तरीका- How to Use Cinnamon for Cough in Hindi
- दालचीनी का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है
- दालचीनी का चूर्ण शहद में मिलाकर उपयोग कर सकते है।
- दालचीनी का काढ़ा यानि टी के रूप में उपयोग कर सकते है।
- दालचीनी को दूध के साथ उबालकर उस दूध का सेवन किया जा सकता है।
और भी पढ़े :दालचीनी के फायदे
काली मिर्च दे खांसी में आराम- Black Pepper Benefits for Cough in Hindi
काली मिर्च का सेवन खांसी को दूर करने में मदद करता है काली मिर्च का हमारे घरों में उपयोग होने वाले मसलों का एक अभिन्न हिस्सा है काली मिर्च का उपयोग आसानी से किया जा सकता है।
काली मिर्च खांसी में कैसे काम करती है
काली मिर्च का सेवन खांसी के वेगों को कम करने में मदद करता है क्योंकि कालीमिर्च में पाये जाने वालl तत्व पिपरिने में एन्टीबैट्रिअल का औषधीय गुण होता है जो की संक्रमण को दूर करने में मदद करता है जिससे खांसी के वेगों कमी आती है।आयुर्वेद के अनुसार कालीमिर्च में श्लेष्महर गुण पाया जाता है जो कि कफ का शमन करके खांसी के वेगों को कम करने में मदद करता है।[13]
काली मिर्च का खांसी में उपयोग का तरीका- How to Use Black Pepper for cough in Hindi
- काली मिर्च को घरों में मसाले के रूप में करते ही है साथ ही कुछ अन्य तरीको से भी उपयोग कर सकते है
- काली मिर्च का पाउडर शहद में मिलाकर सेवन कर सकते है।
- काली मिर्च को चाय में मिलाकर उपयोग कर सकते है।
लौंग का सेवन खांसी को करें दूर- Clove Benefits for Cough in Hindi
लौंग भी हमारे घरों में उपयोग होने वाले मसाले का एक अभिन्न हिस्सा है इसका सेवन खांसी के वेगों को कम करने में मदद करता है इसका उपयोग करना बहुत ही आसान है साथ ही यह घरों में आसानी से मिल जाती है।
लौंग खांसी में काम करती है
लौंग का सेवन खांसी के वेगों को कम करने में मदद करती है क्योंकि लौंग में पाये जाने वाला एक्सपेक्टोरेन्ट और एंटीइंफ्लेमेटरी का गुण कफ को बाहर निकालने के साथ हि शोथ को भी कम करने में मदद करता है। आयुर्वेद के अनुसार लौंग में श्लेष्महर गुण पाया जाता है जो कि कफ का शमन करके खांसी के वेगों को कम करने में मदद करता है।[14]
लौंग को खांसी में उपयोग करने का तरीका- How to Use Clove for Cough in Hindi
- लौंग को खांसी में कई प्रकार से प्रयोग कर सकते है
- लौंग को सीधे ही मुँह में रखकर चूसने से खांसी में लाभ होता है।
- लौंग के चूर्ण को शहद में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
- लौंग के तेल भी उपयोग खांसी में किया जा सकता है।
चिकित्सक से परामर्श करे-When to See a Doctor
यदि आपकी खांसी (या आपके बच्चे की खांसी) कुछ हफ्तों के बाद दूर नहीं होती है या यदि इसमें इनमें से कोई भी शामिल है तो चिकित्सक से परामर्श करें[1]
- गाढ़ा, हरा-पीला कफ
- घरघराहट का बढ़ना
- बुखार का अनुभव होना
- सांस की तकलीफ का अनुभव
- बेहोशी का अनुभव
- टखने की सूजन या वजन घटाने का अनुभव
- घुट या उल्टी होना
- सांस लेने या निगलने में कठिनाई होना
- खूनी या गुलाबी रंग की कफ वाली खांसी
- छाती में दर्द का अनुभव होना